6 मई 2016
आपको देवी सिद्धी दिलाने
के लिये गुरुवर 9 दिन मौन रहेंगे
प्रणाम मै शिवांशु
सुखी जीवन के लिए भगवान शिव को अपना गुरु बनाएं। अपनी आंतरिक शक्तियों को जगाकर नवरात में सम्पूर्ण देवी कृपा पाने के लिए देवी महासाधना करें। नवरात के दिनों में महासाधना के मन्त्र- विषम तारीखों 1,3,5,7,9,11….31. के दिनों में “आयु देहि धनम् देहि विद्या देहि माहेश्वरी, समस्तम् अखिलाम् देहि देहि मे परमेश्वरी ” सम तारीखों 2,4,6,8,10….. 30 के दिनों में ” ॐ ऐं ह्रीं श्रीं प्रत्यंगिरे माम् रक्ष रक्ष मम् शत्रुन भंजय भंजय फें हुं फट् स्वाहा “. देवी महासाधना के समय कुंडली जागरण रुद्राक्ष धारण करके रखें.
देवी महासाधना की सिद्धी के लिये आपको बड़ी तादाद में ऊर्जा की जरूरत पड़ने वाली है. उसके लिये कुछ खास बातें.
1. इसके लिये गुरुदेव नवरात भर मौन रहेंगे. ताकि देवी महासाधना की सिद्धी के लिये वे आप तक पर्याप्त ऊर्जाएं पहुंचा सकें.
इस बीच वे सिर्फ live telecast के दौरान बोलेंगे.
कभी कभार अपनी छोटी बेटी विष्णुप्रिया से बात करेंगे.
गुरुवर प्रतिदिन महासाधकों के लिये देवी यज्ञ करेंगे.
2. अपने घर पर रहकर देवी महासाधना करने वाले सभी साधक दिल्ली आश्रम में चलने वाले देवी महायज्ञ में यज्ञदान कर सकते हैं.
3. उसके लिये यज्ञ की सामग्री या उसकी कीमत संस्थान में पहुंचा सकते हैं.
( इसके लिये 9999945010 पर अपनी रिक्वेस्ट WhatsApp कर सकते हैं. या कॉल भी कर सकते हैं. )
9 दिन के देवी महायज्ञ में प्रति साधक प्रति दिन लगभग 610 रूपये का खर्च अनुमानित है.
4. साधक दूसरों के लिये भी यज्ञदान कर सकते हैं.
5. देवी महासाधना के दिनों में सभी साधक हर दिन किसी जरूरत मन्द को भोजन जरूर दें.
6. देवी महासाधना के दौरान साधक रोज 5 काली मिर्च और थोड़ी सी मिश्री साथ लेकर बैठें. साधना के बाद उसे किसी साफ बर्तन में इकट्ठा करते रहें.
देवी महासाधना के बाद गुरुवर आपकी समृद्धि के लिये प्रयोग कराएंगे.
7. जो लोग महासाधना में पितरों का प्रयोग कर रहे हैं वे करते रहें.
8. देवी महासाधना में जब देवी दर्शन का योग नजदीक होगा तब आपका 10 मिनट से अधिक देर तक बैठने का मन होगा. ऐसी दशा में आप साधना में अधिक समय तक बैठे रह सकते हैं.
9. देवी दर्शन ज्यादातर साधकों को होंगे. ध्यान रहे उस समय आप उनसे कुछ न मांगे. क्योंकि आपका संकल्प गुरुदेव पहले ही साधना में जोड़ चुके होंगे.
10. देवी दर्शन की आत्म विवेचना न करें. सिर्फ निर्दोष भाव से उनका आनन्द उठायें.
11. महासाधना की बाकी विधि पहले की ही तरह रहेगी.
12. जो लोग नवरात में वृत रखना चाहते हैं वे सामर्थ्य अनुसार रखें.
13. नवरात के दिनों में आपने किसी अन्य पूजा अनुष्ठान का संकल्प लिया है तो देवी महासाधना के साथ उसे भी कर सकते हैं.
नवरात के दिनों में आप चाहें तो घी का दीपक जला सकते हैं.
मगर यदि आपका पूजाघर चारो तरफ बंद है और वहां हवा, धुप, ऊर्जाओं के आने जाने की पर्याप्त व्यवस्था नही है तो अखण्ड ज्योत से बचना हितकर रहेगा.
आपका जीवन सुखी हो यही हमारी कामना है.
जय माता की.