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एनर्जी ठीक हो तो बड़ी से बड़ी समस्यायें तिनके की तरह उड़ जाती हैं। तन-मन-धन की सफलताओं के लिये आभामंडल की सफाई और उर्जा चक्रों का उपचार नियमित करते रहें। उर्जा चक्रों के काम और जीवन की सफलताओं में उनकी भूमिका जानने के लिये नीचे दिये लिंक क्लिक करें।
1. कुंडली चक्र 2. मूलाधार चक्र 3. स्वाधिष्ठान चक्र
4. उर्जा प्रक्षेपण चक्र 5. नाभि चक्र 6. मणिपुर चक्र
7. प्रारब्ध चक्र 8. अनाहत चक्र 9. विशुद्धी चक्र
10. आज्ञा चक्र 11. थर्ड आई चक्र 12. सौभाग्य चक्र
एनर्जी रिपोर्ट या मंत्र संजीवनी उपचार के द्वारा उर्जा चक्रों, कुंडलिनी सहित सभी शक्ति केंद्रो को जाग्रत कर सकते हैं.
Energy Helpline- 9250500800
शिव दीक्षाः सुखी जीवन की सरल राह
सभी साधकों को राम राम
शिव दीक्षा बड़ी ही चमत्कारिक प्रक्रिया होती है.
इसमें लोगों की उर्जा से मैच करने वाले मंत्रों को उपयोग कराया जाता है.
अलग अलग कामनाओं के लिये अलग अलग मंत्र शक्ति प्रयोग में लायी जाती है.
एक ही मंत्र सब को लाभ पहुंचाये एेसा नही होता. इसीलिये किसी मंत्र से कुछ लोगों को लाभ होता कुछ को नही होता.
मंत्र वही लाभकारी होते हैं जिनकी उर्जा साधक के आभामंडल की उर्जा की समधर्मी होती है.
1. शिव दीक्षा के दौरान साधक की उर्जा से मैच करने वाले मंत्र का चयन किया जाता है.
2. मंत्र के बीज मंत्रों को साधक के उर्जा चक्रों में स्थापित कराया जाता है.
3. साधक के उर्जा चक्रों को मंत्र के देवता की उर्जाओं के साथ लिंक कराया जाता है.
4. साधक के 33 लाख से अधिक रोम चक्रों को मंत्र जाप के लिये सक्रिय कराया जाता है.
5. साधक को मंत्र जप का विधान और नियम बताये जाते हैं.
इस तरह से शिव दीक्षा के द्वारा दीक्षित साधक निश्चय ही उद्धेश्य को पूर्ण करने में सक्षम बन जाते हैं. यदि साधक आलोचनाओं से बचे रहें तो उन्हें शिव दीक्षा के उत्साह जनक परिणाम मिलते हैं.
शिव दीक्षा से समाधान…
गुरू जी ने श्रद्धालु साधकों को शिव दीक्षा देने की मांग स्वीकार कर ली है. साधक उनसे मिलकर निम्न दीक्षा प्राप्त करके अपने जीवन को खुद ही उज्जवल बना सकते हैं.
आरोग्य दीक्षा, धनदा दीक्षा, कर्मयोग दीक्षा, राजयोग दीक्षा, मेघावी दीक्षा, बाधा निवारण दीक्षा, मानसिक सुख दीक्षा, वैवाहिक सुख दीक्षा. इसी तरह जीवन को सुखी बनाने में सक्षम अन्य दीक्षायें भी हैं. शिव दीक्षा निःशुल्क होगी. साधक आने से पूर्व दीक्षा का रजिस्ट्रेशन अवश्य करा लें. अपने साथ दीक्षा सामग्री लेकर आयें.
दीक्षा सामग्री- नारियल, पीताम्बर, रोली-चावल, श्रद्धानुसार फल-फूल-मिठाई.