40 मिनट की साधनाः देवी उर्जाओं का खजाना

नवरातों में देवी सिद्धि…
40 मिनट की साधनाः देवी उर्जाओं का खजाना

सभी अपनों को राम राम
आज से नवरात आरम्भ। नवरातों में साधक देवी सिद्धि पाने के लिये लम्बा इंतजार करते हैं। इंतजार खत्म हुआ।
देवी सिद्धि के लिये जो भी साधना करें, उसके नियमों का पूरा पालन करें। अन्यथा फायदे की जगह नुकसान का खतरा बना रहता है। अपने गुरू अपने मार्दर्शक द्वारा बताये विधान का अक्षरशः पालन करें। किसी वजह से विधान न निभ रहा हो तो देवी साधना बिल्कुल न करें।
जिन साधकों को कोई विधान नही ज्ञात है उनके लिये एक किंतु अचूक साधना मै बता रहा हूं। ऋषिकाल से इस साधना ने लोगों को धन समृद्धि, ज्ञान और सुरक्षा दी है। आप भी पा सकते हो।
मंत्र-
आयुर्देहि धनम् देहि विद्या देहि महेश्वरी।
समस्तम् अखिलाम् देहि देहि मे परमेश्वरी।।

मुहूर्तः रोज रात 9 बजे से।
जप का समय- रोज 40 मिनट। बिना माला के।
साधना अवधिः नवरात भर।
विधि..
9 छोटी सुपारी और 54 रुपये के सिक्के एक नये लाल कपड़े में बांधकर घर के मंदिर में स्थापित करें।
कलश स्थापित करें। सरसों के तेल का दीपक जलायें। लाल आसन पर बैठें। पूर्व मुख होकर उपरोक्त मंत्र का 40 मिनट जप करें। जप पूरा होने पर ऊं. इंद्राय नमः मंत्र बोलकर धरती पर माथा टेकें और उठ जायें। 9 दिन की साधना पूरी होने के बाद सुपारी और सिक्कों की पोटली घर के या दुकान के खजाने (लाकर) में रख दें। इसे समृद्धि पोटली कहा जाता है।
जय माता दी।।