राम राम
देवत्व जाग गया: अब साधक अपना और दूसरो का जीवन सवारने मे सक्षम होगे.
साधको के भीतर का देवत्व जाग गया है. देवत्व के साथ शिव तत्व को भी जगा दिया गया है. सभी साधक लाखो – करोडो मे एक साबित होगे. साधको के जीवन मे जो कुछ छुटा हुआ था वो सब पूरा होगा. साधको को वो सब प्राप्त होगा, जिसके उन्होने कभी सपने सझोये थे. साधक इतने सक्षम होगे की दूसरो की मदद के लिए कभी पीछे नही हटेगे. साधको का जीवन तो सवरेगा ही, साथ ही साधक दूसरो के जीवन को सवारने मे सक्षम होगे. आज सच मे साधको ने वो सब पा लिया जिसकी कल्पना भी नही की जा सकती. सभी साधक गुरुजी द्वारा बताई गयी सावधानियाँ निभा ले गये, तो साधको के जीवन मे सुखो की क्रांति हमेशा बनी रहैगी. अब साधको के जीवन मे सफलताए ही सफलताए होगी. आज की साधना का अनुभव साधको के साथ युगो युगो तक रहैगा.
सामिल हुए सभी साधक भाग्यशाली है. साधको को शुभकामनाये. साधको के भीतर जाग उठे देवत्व को नमन. देवत्व जागरण की इस बेला के लिए भगवान शिव को कोटी कोटी धन्यवाद, गुरुदेव को कोटी कोटी धन्यवाद.
आपका जीवन सुखी हो यही हमारी कामना है.
टीम मृत्युजंय योग…