देवी देवता भी शिव चर्चा करके अपनी बिगड़ी बना लेते हैं

शिव चर्चा का तरीका…
ग्रुप के पोस्ट पढ़ने और उन पर कमेंट करने से आप शिव चर्चा में शामिल हो जाएंगे। इससे जीवन में होने वाले पाजिटिव चेंज आपको खुद दिखने लगेंगे। उनका जिक्र ग्रुप में करने भर से पाजिटिविटी लगातार बढ़ती चली जाती है।
मनोविज्ञान कहता है कि ‘हम जिन बातों की चर्चा करते हैं वे जीवन में बढ़ती चली जाती हैं।’
शिव चर्चा के रूप में पाजिटिविटी की चर्चा करके उसे जीवन में बढ़ा लेना ही इस ग्रुप का मुख्य उद्देश्य है। कई बार हमारे मन में झिझक होती है कि हम अपनी पाजिटिविटी या उपलब्धियों की चर्चा करें तो किससे करें।
ये ग्रुप इसीलिये हैं। यहां आपकी बात एक साथ कई हजार लोगों तक पहुंच जायेगी। तो उसका प्रभाव भी हजारों गुना अधिक होगा। शिव चर्चा को आगे बढ़ाने के लिये आप उनको भी ग्रुप में जोड़ सकते हैं जिनकी आप हरह क्षेत्र में उन्नति देखना चाहते हैं।
अध्यात्म का विज्ञान कहता है कि ‘शिव चर्चा से आपके भीतर शिवतत्व का जागरण होता है।’
सभी जानते हैं कि शिव तत्व के जाग्रत होते ही जीवन ऊंचाईयां छूने लगता है. तन, मन, धन की ख्वाहिशें तो पूरी होती ही हैं, साथ ही इससे कई जन्म संवर जाते हैं.
जीवन संवारने वाली दिव्य शिव चर्चा में आप सभी आमंत्रित हैं.
राम राम.
मनोविज्ञान कहता है कि ‘हम जिन बातों की चर्चा करते हैं वे जीवन में बढ़ती चली जाती हैं।’
शिव चर्चा के रूप में पाजिटिविटी की चर्चा करके उसे जीवन में बढ़ा लेना ही इस ग्रुप का मुख्य उद्देश्य है। कई बार हमारे मन में झिझक होती है कि हम अपनी पाजिटिविटी या उपलब्धियों की चर्चा करें तो किससे करें।
ये ग्रुप इसीलिये हैं। यहां आपकी बात एक साथ कई हजार लोगों तक पहुंच जायेगी। तो उसका प्रभाव भी हजारों गुना अधिक होगा। शिव चर्चा को आगे बढ़ाने के लिये आप उनको भी ग्रुप में जोड़ सकते हैं जिनकी आप हरह क्षेत्र में उन्नति देखना चाहते हैं।
अध्यात्म का विज्ञान कहता है कि ‘शिव चर्चा से आपके भीतर शिवतत्व का जागरण होता है।’
सभी जानते हैं कि शिव तत्व के जाग्रत होते ही जीवन ऊंचाईयां छूने लगता है. तन, मन, धन की ख्वाहिशें तो पूरी होती ही हैं, साथ ही इससे कई जन्म संवर जाते हैं.
जीवन संवारने वाली दिव्य शिव चर्चा में आप सभी आमंत्रित हैं.
राम राम.