प्रणाम मै शिवांशु
आप जान चुके हैं कि एक सक्षम संजीवनी उपचारक न सिर्फ खुद को समस्या मुक्त कर लेता है, बल्कि दूसरों के जीवन से भी दुखों को तिनके की तरह उड़ा देता है।
अब आप खुद बनने जा रहे हैं सक्षम संजीवनी उपचारक.
गतान्क से आगे…….
इससे पहले आपने जाना कि सभी समस्याओं का कारण हमारे सूक्ष्म शरीर यानी आभामण्डल में दूषित ऊर्जाओं की घुसपैठ होती है. सूक्ष्म शरीर की सफाई से समस्याएं खत्म हो जाती हैं. सूक्ष्म शरीर की सफाई के लिये शक्तिपात एक प्रभावशाली विज्ञान है. अब आगे….
(गुरुवर की बुक के मूल अंश)
क्या होता है शक्तिपात…..
अध्यात्म की दुनिया में शक्तिपात एक बड़ा विज्ञान है. इसकी तकनीक को बड़ी आध्यात्मिक क्षमता वाले लोग ही जान व् समझ सकते हैं. वर्षों की ध्यान साधना के बाद ऐसे लोग ही इसका उपयोग कर सकते हैं. शक्तिपात के लिये जरूरी है कि करने वाले को दैवीय ऊर्जाओं को ब्रह्माण्ड से ग्रहण करना और उन्हें दूसरों के आभामण्डल व् चक्रों में उतारना आता हो.
शक्तिपात में अपनी आध्यात्मिक क्षमताओं व् सिद्धियों का उपयोग करके खुद पर या दूसरों पर दैवीय ऊर्जाओं का अवतरण किया जाता है.
हम यहां इसे सरल करके पेश कर रहे हैं…
किसी व्यक्ति पर ब्रह्मांडीय उर्जाआें/ शक्तियों की बरसात किये जाने को को शक्तिपात कहते हैं।
कैसे करें शक्तिपात….
वैसे तो इसे बड़ी अध्यात्मिक क्षमताओं के सिद्ध लोग ही कर सकते हैं। मगर
8 सालों के अनुसन्धान में हमने ऊर्जा विज्ञान के उपयोग से इसकी सरल तकनीक खोज ली. उसे आपको बता रहे हैं. जिससे कोई भी, कभी भी, कहीं भी शक्तिपात कर सकता है। इस तकनीक के लिये न तो उर्जा विज्ञान की खास जानकारी की जरूरत है, और न ही किसी बड़ी आध्यात्मिक क्षमता की। न ही इसमें किसी तरह के पाखंड की गुंजाइश है।
बस इसके लिये एक संजीवनी रुद्राक्ष या कुंडली जागरण रुद्राक्ष की जरूरत होती है. ये रुद्राक्ष देवदूतों की तरह क्षमतावान होते हैं. इनकी पहचान थोड़ी मुश्किल होती है. पहचान के बाद विशेष अनुष्ठान करके इन्हें सिद्ध करके जागृत किया जाता है. फिर प्रोग्रामिंग करके रुद्राक्ष को उस व्यक्ति की एनर्जी व् इमोशन के साथ जोड़ दिया जाता है, जो इसका उपयोग करना चाहते हैं. एक रुद्राक्ष को एक ही व्यक्ति यूज कर सकता है.
ये सारी प्रक्रिया लम्बी और खर्चीली जरूर है. लेकिन इससे तैयार रुद्राक्ष शक्तिपात में पूरी तरह सक्षम होता है. उसके कारण शक्तिपात में अध्यात्म की ऊंची क्षमताओं और सिद्धियों की अनिवार्ता नही बचती.
वैसे सामूहिक सिद्धी अनुष्ठान किया जाये तो प्रति रुद्राक्ष खर्च कम हो जाता है. रुद्राक्ष के जरिये किया गया शक्तिपात अत्यधिक प्रभावशाली होने के साथ ही सुरक्षित भी होता है. ये जिसे मिल जाये उसे भगवान शिव का हरदम धन्यवाद करना चाहिए, क्योंकि ऐसे समझें कि रुद्राक्ष के रूप में उन्हें शिव का असली वरदान मिल गया.
इस तरह के रुद्राक्ष का उपयोग करके हम संजीवनी उपचार और महासाधना के दौरान शक्तिपात करा रहे हैं. … ..जारी।
क्या शक्तिपात के ऊर्जा विज्ञान से अपने फाइनेंस को ठीक किया जा सकता है? इस पर हम आपको आगे जानकारी देंगे.
तब तक की राम राम.
सत्यम् शिवम् सुन्दरम्
शिव गुरु को प्रणाम
गुरुवर को नमन.