मुसीबतों से बचने के लिये
खरमास में अपना DNA स्ट्रांग करें
सभी अपनों को राम राम
14 जनवरी मकर संक्रांति तक खरमास का माह है, इसकी शुरुआत 15 दिसम्बर से होती है, इस दिनों सूर्य बृहस्पति के धनु क्षेत्र में होते हैं। जनजीवन पर इसके परिणाम अच्छे नही होते, लोग बीमारियों, बेचैनी, बेइज्जती और बेईमानी के शिकार होते हैं। खासतौर से धनाभाव सुखभंग करता रहता है।
इस अवधि के दुष्परिणामों से बचने के लिये ऋषियों ने DNA की ऊर्जाओं का सहारा लेने का विज्ञान तलाशा। जिससे लोग खुद को नुकसान से बचा पाने में कामयाब होते आ रहे हैं। नुकसान और परेशानियों का समय होने के कारण ही विद्वानों ने इस अवधि में कोई भी नया या शुभ काम न करने का नियम बनाया है।
अपने D N A की ऊर्जाओं को क्लीन और मजबूत करने के लिये सभी जन नमक के पानी से नियमित नहाएं, अवसर मिले तो बहते पानी या नदियों मे स्नान जरूर करें, श्रद्धापूर्वक ब्राह्मणों को भोजन दें, गाय, कुत्ता, कौवा भोजन दें। वस्त्रदान से भी DNA की ऊर्जाओं की सफाई हो जाती है।
DNA की ऊर्जाएं पूर्वजों से मिलती हैं, वहां से सदैव जुड़ी भी रहती हैं, इसलिये अपने पितरों को धन्यवाद देते हुए उनकी संतुष्टि और मोक्ष की कामना करें।
इससे DNA स्ट्रांग होगा कालसर्प दोष,मंगलदोष,कुंडली के ऋण दोषों का एकमात्र कारण DNA में विकृति ही होता है, इससे छुटकारा मिलेगा, रुकावटें हटेंगी, अज्ञात से चली आ रही मुसीबतों की राह बदलकर उन्हें जीवन से दूर निकाल देने की क्षमता भी DNA की ऊर्जाओं में होती है, इसका भी लाभ मिलेगा।
*इस बारे में प्रपंचकरियों और उनके प्रपंच से बचें*.