कुछ लोगों ने महिलाओं के गायत्री मंत्र जपने को लेकर कई तरह के सवाल पूछे हैं. हम अभी उनके जवाब देने की बजाय आपकी राय आमंत्रित कर रहे हैं.
गायत्री मंत्र का जाप करने वाली महिलाओं का मणिपुर चक्र ओवर एक्टिवेट हो जाता है. जिससे उनके भीतर अग्नि तत्व बहुत प्रबल हो जाता है. इस कारण 90 प्रतिशत महिलाओं में ईगो बढ़ता है, बात बर्दास्त नही होती. जो घर में कलह का कारण बनती है. आगे चल कर उनमें 80 प्रतिशत महिलाओं को यूट्रेस, ओबरी की बीमारी, पैर, कमर में तकलीफ होती है.
एेसे ही कारणों से शास्त्रों में महिलाओं को गायत्री मंत्र जाप से रोका गया.
मन्त्र….
ॐ भू: भुवः स्वः
तत्सवितुर्वरेण्यं
भर्गो देवस्य धीमहि धियो योनः प्रचोदयात्
आगे चर्चा से पहले ये याद रखना जरूरी है कि गायत्री मन्त्र महान मन्त्र है। मंत्र में कोई गड़बड़ी नही है. उसमें प्रबल और शक्तिशाली सकारात्मक उर्जायें ही होती है.
मगर इन उर्जाओं का सही उपयोग न हो तो वे जीवन में तपन और बिखराव पैदा करती हैं. जैसे रसोई गैस के यूज में चूक हो जाये तो उससे घर जलकर खाक हो सकता है.
अधिकांश गायत्री मंत्र साधक उसकी विशाल उर्जाओं को यूज करना नही जानते.
यही नही उनमें 97 प्रतिशत से अधिक साधक गायत्री के नियमों को नही निभा पाते.
प्रायः देखने में आता है कि जो महिलायें गायत्री मंत्र का नियमित जाप करती हैं, वे अपनी बातों पर कंट्रोल नही कर पातीं. उनके वैवाहिक जीवन में अशांति अधिक रहती है.
घरेलू अशांति हमेशा दुखों का कारण बनती है ये सभी जानते हैं.
इस मुद्दे पर आप सभी की राय और अनुभव आमंत्रित हैं.
…मृत्युंजय योग टीम