सभी को राम राम
मैं शिवप्रिया
Depression की स्थिति तब होती है जब हम जीवन के हर पहलू पर नकारात्मक (negative attitude ) रूप से सोचने लगते हैं। जब यह स्थिति चरम पर पहुंच जाती है तो इंसान को अपनी ज़िंदगी बेकार लगने लगने लगती है और धीरे धीरे इंसान डिप्रेशन की स्थिति मे पहुच जाता है । चिंता और तनाव के कारण शरीर में कई हार्मोन(hormones) का level बढ़ता जाता है, जिनमें एड्रीनलीन (adrenaline) और कार्टिसोल (cortisol) प्रमुख हैं। लगातार तनाव(stress) और चिंता(tension) की स्थिति अवसाद यानि की depression में बदल जाती है।
मनोविज्ञानिक लक्षण – PSYCHOLOGICAL SYMPTOMS)
1 निरन्तर चिंता करना
2 स्वस्थ के विषय में चिंता करना
3 नकारात्मक विचार आना
4 भ्रामक विचार
5 काम में मन ना लगना
6 स्वभाव चिड़चिड़ा होना
7 छोटो छोटी बातो पर गुस्सा आना
8 भ्रम करना
9 मनःस्थिति में बदलाव
10 पागलो जैसा बर्ताव करना
11 अकेला रहना
12 बुरे सपने आना
13 खुश न रहना
14 स्ट्रेस लेना
15 कम बोलना
16 डर लगना
शारीरिक लक्षण – PHYSICAL SYMPTOMS
1 सर दर्द होना
2 दिल का काँपना
3 खाना निगलने में मुश्किल
4 उल्टी आने को होना
5 बार बार बाथरूम जाना
6 पीला पड़ना
7 श्वास छोटा होना
8 चक्कर आना
9 मासपेशियों में दर्द
10 दिल की धड़कन तेज होना
11 शारीर का काँपना
12 पसीना आना
13 ब्लड प्रेशर कम ज्यादा होना
14 थकावट होना
डिप्रेशन के लिए संजीवनी उपचार
१. पहले आभा मंडल को साफ़ करें
आभा मंडल को साफ़ करने के लिए संजीवनी रुद्राक्ष की सहायता से जनरल क्लींजिंग करेंगे या महा संजीवनी रुद्राक्ष की विधि आभामंडल साफ़ करेंगे. ya ब्रह्मांडीय ऊर्जा से स्नान भी कर सकते है.
२. निम्नलिखित चक्रों को संजीवनी रुद्राक्ष या महा संजीवनी रुद्राक्ष की सहायता से “उपयुक्त ऊर्जा ” से साफ़ करें
सहस्त्रात्र चक्र
आज्ञा चक्र
पिछला अनाहत चक्र
मणिपुर चक्र
स्वादिष्ठान चक्र
मूलाधार चक्र
हाथों और पैरों के चक्र
३. निम्नलिखित चक्रों को संजीवनी रुद्राक्ष या महा संजीवनी रुद्राक्ष की सहायता से “उपयुक्त ऊर्जा ” से उर्जित करें
आज्ञा चक्र
पिछला अनाहत चक्र
मणिपुर चक्र
स्वादिष्ठान चक्र
मूलाधार चक्र
हाथों और पैरों के चक्र
जिन लोगों को संजीवनी उपचार की विधि नही आती है या उनके पास संजीवनी रुद्राक्ष नही है वो लोग निम्लिखित टिप्स को फॉलो कर सकतें है
१. नमक के पानी से स्नान करें.
२. लाल फूल को 10 मिनट के लिए अपलक देखें फिर फूल को शिवलिंग पर चढ़ा दें.
३. शिवलिंग को अपलक 5 -8 मिनट के लिए देखिये.
डिप्रेशन का आयुर्वेदिक उपचार
1 . ४-५ बेर के फल लेकर उनमें से बीज निकल दें तथा गुदा का पेस्ट बना लें. इस पेस्ट को निचोड़ कर २ चम्मच रस निकाल लें. इसमें आधा चम्मच जयफल मिल लें. इस मिश्रण को आक्ची तरह घोल लें और दिन में दो बार इसका सेवन करें.
2 . कुछ काजू लेकर उनका पाउडर बना लें. १ चम्मच पाउडर को ई कप दूध में डालकर इसका सेवन करना चाहिए.
3 . २ बड़े चम्मच ब्राहमी और अश्वगंधा के पाउडर को १ गिलास पानी में मिलकर रोज़ इसका सेवन करें.
4 . रोगी को हर समय किसी सकारात्मक कार्य में व्यस्त रहना चाहिए. इससे मन व्यर्थ की सोच-विचार से बचता है.
5 . व्यक्ति को अनेक प्रकार के सरल कार्य करने को दें. पर्याप्त विश्राम और ध्यान की विधियों द्वारा सकारत्मक उर्जा का निर्माण करें.
आपका जीवन सुखी हो यही हमारी कामना है.
खुश रहिये और मुस्कुराते रहिये.
Stay Blessed 🙂