महासाधनाः दुनिया स्वीकारेगी आपकी हस्ती को
प्रणाम मै शिवांशु
हर दिन उर्जा उपचार में आने वाले 1000 से 10000 के खर्च को बचाने के लिये शुरु हुई है महासाधना।
महासाधना करने का मतलब है, शानदार जीवन की सरल राह पर चलना। निश्चित रूप से ये लाखों लोगों के जीवन का टर्निंग प्वांइट साबित होगी।
तमाम लोग ग्रह-नक्षत्र के दोष, तंत्र पीड़ा, देवदोष, पितृ दोष, ऊपरी बाधा, साजिश, कुचक्र, धोखा, ठगी, छल के शिकार होकर जीवन में पिछड़ जाते हैं।
एेसे में उनके उर्जा चक्र, आभामंडल सहित सूक्ष्म शरीर के अधिकांश अंग दूषित उर्जाओं से भरे रहते हैं। जिसके कारण उन्हें आर्थिक संकट, बार-बार असफलता, अपमान, तिरस्कार, अपयश, बदनामी, बीमारियों, तनाव, बेचैनी का सामना करना पड़ता है।
उनकी उर्जाओं का तुरंत उपचार न हो तो ये समस्यायें मनोबल तोड़ देती हैं। कुछ लोग खुद को दुनिया के सबसे ज्यादा परेशान लोगों की श्रेणी में मानने लगते है। जिससे हालात सालों साल बदतर होते जाते हैं।
परेशानियों के एेसे स्तर तक पहुंचे लोगों की उर्जायें अधिक बिगड़ी होने के कारण उनके सभी तरह के उपाय बेकार हो जाते हैं। यहां तक कि पूजा पाठ, ध्यान- साधना का भी फल नही मिल पाता।
एेसे लोगों को ठीक करने के लिये उर्जा विशेषज्ञों की सक्षम टीम की जरूरत पड़ती है। पांच से नौ लोगों का पैनल उनकी उर्जा को लगातार उपचारित करे तो ही राहत मिल पाती है। इस पर काफी खर्च आता है।
रोज 1000/- से 10000/- तक का खर्च आता है।
ज्यादातर लोग ये खर्च वहन नही कर सकते।
इसीलिये गुरुदेव ने महासाधना का आयोजन किया है। जो लोग महासाधना में रोज सुबह और रात में निर्धारित समय पर बैठेंगे, गुरुवर कुंडली जागरण रुद्राक्ष के जरिये उनकी उर्जाओं को अपने साथ जोड़ लेंगे। उनके आभामंडल, उर्जा चक्रों, कुंडली का शोधन करके उन्हें उपचारित करेंगे। साथ ही उनके सुरक्षा कवच बनायेंगे। ताकि उन पर बुरी उर्जाओं के हमलों का असर न हो सके।
इस तरह बिना बड़ी कीमत चुकाये ही महासाधना के साधकों की परेशानियों का शमन तो होगा ही. उनकी कुंडली आदि आंतरिक शक्तियां भी जाग जाएंगी। तब समस्याओं को लेकर उन्हें दर दर भटकना नही पड़ेगा। फिर दुनिया उनकी हस्ती को स्वीकारेगी। वे दूसरों को भी परेशानियों से बचा सकेंगे।
बस यही उद्देश्य है गुरुवर की महासाधना का कि लोग अपनी परेशानियों को लेकर दर दर न भटकें। अपनी समस्याओं का खात्मा करके दूसरों को भी परेशानियों से बचाने लायक बनें।
महासाधना की गुरु दक्षिणा के रूप में…
1. आपको अपने आस पास हर दिन किसी एक गरीब को भोजन देना है।
2. जिसके जीवन में आप सुख देखना चाहते हैं, एेसे कम से कम किसी एक व्यक्ति को महासाधना से जोड़ना है।
महासाधना के लिये आपको गुरुदेव के पास आने की जरुरत नहीं। घर बैठे ही करें। महासाधना की विधि, समय, मंत्र, कुंडली जागरण रुद्राक्ष आदि की विस्तृत जानकारी आपको 1 फरवरी 2016 की पोस्ट * महासाधना से शक्तिपात* में दी जा चुकी है।
सत्यम् शिवम् सुंदरम्
शिवगुरु को प्रणाम
गुरुवर को नमन.