हे शिव आप मेरे गुरु हैं मै आपका शिष्य हूँ
मुझ शिष्य पर दया करें, मुझे समृद्धी दें.
प्रणाम मै शिवांशु
दिल्ली आश्रम में आज शिव चर्चा के दौरान समृद्धि साधना का आयोजन हुआ. गुरुदेव ने साधकों को भगवान शिव की ऊर्जा से कनेक्ट करके उनके जीवन में समृद्धि स्थापित करने वाली ऊर्जाओं को स्थापित किया.
ये बड़ा विलक्षण अवसर होता है. गुरुवर कभी कभी ही ऐसे आयोजन कराते हैं. मुझे पूरा यकीन है कि आज जो साधक साधना में शामिल थे उनके जीवन में समृद्धि समा ही जायेगी. बस उन्हें गुरुदेव द्वारा कराई गयी साधना को करते रहना होगा.
आज के साधकों को शुभकामनायें.
आज की साधना में गुरुदेव ने साबर साधना पद्धति अपनाई. जो त्रुटि रहित होती है. यदि उसके मन्त्र को ब्रह्मांडीय स्रोत से जोड़ दिया जाये तो साधक सिद्ध हो ही जाता है.
आज की साधना के दौरान गुरुवर ने सभी साधकों को मन्त्र के ब्रह्मांडीय स्रोत से जोड़ दिया. उससे पहले गुरु मन्त्र उनके चक्रों में स्थापित कराया. पित्रों का महीना खरमास होने के कारण औरिक अनुष्ठान कराकर सभी साधकों के पित्रों के मोक्ष की राह सुनिश्चित कराई.
उसके बाद समृद्धि साधना सिद्ध कराई.
आज की साधना का साबर मन्त्र आगे लिख रहा हूँ…
” हे शिव आप मेरे गुरु हैं मै आपका शिष्य हूँ
मुझ शिष्य पर दया करें, मुझे समृद्धी दें.”
अफ़सोस है कि काफी साधक साधना में शामिल न हो सके. क्योंकि वे रजिस्ट्रेशन कराये बिना साधना के लिये आये थे. सभी से अनुरोध है कि आगे होने वाली साधनाओं में रजिस्ट्रेशन कराकर ही आएं.
सत्यम् शिवम् सुन्दरम्
शिव गुरु को प्रणाम
गुरुवर को नमन.