वह आपके हर सवाल का जवाब देता है.
प्रणाम मै शिवांशु
आपमें से कई लोगों ने संजीवनी रुद्राक्ष के बारे में विस्तार से जानना चाहा है.
रुदाक्ष का मुकाबला मंहगे से मंहगा रत्न नहीं कर सकता. हीरा, पन्ना, पुखराज, नीलम सहित सभी रत्न रुद्राक्ष विशाल उर्जा भंडार के समक्ष फीके होते हैं. यदि आपको रुद्राक्ष की प्रोग्रामिंग करनी आती है तो पांच रुपये के रुद्राक्ष से भी पांच लाख के पुखराज का काम ले सकते हैं. इसी तरह सभी रत्नों और धातुओं की उर्जाएं रुद्राक्ष से प्राप्त की जा सकती हैं. सभी ग्रहों की उर्जाएं रुद्राक्ष से प्राप्त की जा सकती हैं. क्योंकि ये सीधे संजीवनी स्रोत से जुड़ा होता है.
अगर रुद्राक्ष देने या बेचने वाले व्यक्ति की नीयत दूषित न हो तो रुद्राक्ष लेने वाले का कभी नुकसान नहीं करता. हां नकली रुद्राक्ष हमेशा ही नुकसान करते हैं. ध्यान रखें इन दिनों बाजार में जितने भी एकमुखी रुद्राक्ष बिक रहे हैं वे सब नकली हैं.
असली एकमुखी रुद्राक्ष प्राकृतिक रुप से बहुत सक्षम होता है. वह न सिर्फ संजीवनी स्रोत से जुड़ा होता है बल्कि भगवान शिव की उर्जाओं से भी जुड़ा होता है. यदि आपको उर्जाों का स्रोत रीड करना आता है, तो आप जब भी असली एकमुखी रुद्राक्ष की उर्जा रीड करेंगे तो उसमें हर बार भगवान शिव की उर्जा मिलेगी.
रुद्राक्ष के साथ टेलीपैथी करना बहुत आसान होता है. वह आपके हर सवाल का जवाब देता है. यहां तक कि अगर किसी के साथ उसकी उर्जा मैच नही हो रही तो उसके पास जाने से इंकार कर देता है. एेसे में यदि उसे जबरदस्ती धारण कर लिया जाये तो वह एनर्जी में मिलावट करके नुकसान कर सकता है.रुद्राक्ष के साथ टेलीपैथी करना आप गुरुदेव से सीख सकते हैं.
गुरुदेव द्वारा रुद्राक्ष पर की गई लम्बी रिसर्च के आधार पर जानकारी दे रहा हूं.
वैसे तो सभी तरह के रुद्राक्ष ब्रह्मांड के संजीवनी स्रोत से जुड़े होते हैं. आप में से अधिकांश लोग रुद्राक्ष की उत्पत्ति की कथा से अवगत होंगे. इसलिये मै उस पर चर्चा नहीं कर रहा.
बस इतना बताता चलूं कि संजीवनी स्रोत से जुड़े रहना रुद्राक्ष का प्राकतिक गुण होता है. ये गुण भगवान शिव की इच्छा से बना. ताकि रुद्राक्ष के सम्पर्क में आने वाले लोगों को पर्याप्त संजीवनी प्राप्त हो और उनकी समस्यायें खत्म हो जायें. इस तरह से रुद्राक्ष स्वयं में एक बेहतरीन संजीवनी उपचारक तो होता ही है. साथ ही संजीवनी के स्रोत से जोड़े रखता है.
रुद्राक्ष की तमाम किस्में होती हैं. अक्सर उसे अपनी धारियों की संख्या ( मुखी होने ) के आधार पर उसकी उपयोगिता तय की जाती है. ये भी उसका प्राकृतिक गुण है.
उर्जा के स्तर पर रुद्राक्ष बहुत अधिक संवेदनशील होता है. कई मामलों में तो यह देवदूतों से भी अधिक हितकारी होता है. बस आपको इसका उपयोग आता हो.
अधिकांश रुद्राक्ष दोष रहित होते हैं. वे अपनाने करने वाले को लाभ जरूर पहुंचाते हैं.
व्यक्ति किसी भी जाति धर्म का हो रुद्राक्ष लाभ पहुंचाने में भेदभाव नही करता. ये हर समय ब्रह्मांड से संजीवनी शक्ति लेकर धारक को देता रहता है. जिससे इसे धारण करने वाले की हीलिंग होती है. उनकी उर्जा साफ और विस्तारित होती है. सभी जानते हैं कि उर्जा साफ होने से रुकावटें हटती हैं. उर्जाएं विस्तारित होने से उपलब्धियां मिलती हैं.
ये तो बात हुई सामान्य रुद्राक्ष की.
अब हम बात करते हैं संजीवनी रुद्राक्ष की. जो अपयोग करने वाले व्यक्ति की बात मानकर दूसरों का भी संजीवनी उपचार करते हैं. आपमें से कुछ कुछ संजीवनी उपचार की मिलती जुलती विधाओं को हीलिंग के नाम से जानते हैं.
एक हजार में से किसी एक रुद्राक्ष में ये क्षमता होती है. इसका पता रुद्राक्ष से टेलीपैथी करके ही लगाया जा सकता है. रुद्राक्ष झूठ नही कहता. सो जो रुद्राक्ष संजीवनी उपचार में उपयोग लायक नही होते वे साफ मना कर देते हैं. जो सहमति दे उस रुद्राक्ष को चुनकर उसे ग्रहों, नक्षत्रों, वास्तु, तंत्र और देवी देवताओं की उर्जाओं से मैच कराया जाता है. फिर इन उर्जाओं के सकारात्मक उपयोग हेतु उसकी प्रोग्रमिंग की जाती है. इसके लिये उर्जा अनुष्ठान, मंत्र जाप, यज्ञ, रुद्राभिषेक आदि का सहारा लिया जाता है.
इससे तैयार होता है एक एेसा संजीवनी रुद्राक्ष जो देवदूतों से भी अधिक हितकारी होता है. बल्कि एेसा कहें कि उपयोग करने वाले को ही देवदूतों की तरह सक्षम हितकारी बनाने में सक्षम होता है तो गलत न होगा.
सामान्य रुद्राक्ष सिर्फ उन्हीं लोगों के लिये काम करता है जो उसे धारण करते हैं. मगर संजीवनी रुद्राक्ष उपयोग करने वाले व्यक्ति की इच्छानुसार किसी की भी उर्जाओं को उपचारित करने में सक्षम होता है. इसकी कोई कीमत नही अदा की जा सकती. औसतन आपको बता दूं कि अगर एक संजीवनी रूद्राक्ष कैयार करेंगे तो तकरीबन 50 से 60 हजार का खर्च आ ही जाएगा. लेकिन इन्हें सामूहिक रूप से भी तैयार किया जा सकता है. तब प्रति रुद्राक्ष खर्च काफी कम हो जाता है.
संजीवनी रुद्राक्ष सिर्फ उसी व्यक्ति का कहना मानता है जिसके नाम से उसे प्रोग्राम किया गया हो.
जिनके पास संजीवनी रुद्राक्ष है वे ज्ञात विधि के मुताबिक उसका नियमित उपयोग करते रहें. यकीन मानिये एक दिन आप में दैवीय शक्तियों का जागरण हो पड़ेगा.
जो लोग अवचेतन शक्ति साधना में आ रहे हैं. वे अपना संजीवनी रुद्राक्ष साथ जरूर लायें. ताकि जब गुरुदेव आपकी अवचेतन शक्ति को जगायें तो उसी समय आपके लिये तैयार संजीवनी रुद्राक्ष को उससे जोड़ दिया जाये.
जिनके पास अभी तक संजीवनी रुद्राक्ष नही पहुंचा है वे 9999945010 पर whatsapp या 8377919461 पर काल करके अरुण जी से सम्पर्क कर लें.
सत्यम् शिवम् सुंदरम्
शिव रुगु को प्रणाम
गुरुवर को नमन.