दिमागी टाइम मशीन का उपयोग….

राम राम मै शिवांशु
किसी भी संजीवनी उपचारक के लिये दिमागी टाइम मशीन एक अनिवार्य उपकरण है. मनचाहे नतीजों के लिये आप सबको भी इसका उपयोग करना ही पड़ेगा. हीलिंग की कुछ और विधाओं के विद्वान भी इसे यूज करते हैं.
ग्रुप के कई सदस्यों ने दिमाग में टाइम मशीन का निर्माण करके उसका उपयोग किये जाने पर आश्चर्य व्यक्त किया है. एक ने तो यहां तक लिखा है कि Time machine ka nirman…mujhe maaf karen par kya ye sach me sambhav hai??

हां ये सम्भव है. बल्कि संजीवनी उपचारकों के लिये अनिवार्य है. यह एक तकनीक है जो आप आगे सीखेंगे.
जब भी आप किसी एेसी पुरानी चोट को ठीक करेंगे जिसे डाक्टर ठीक नहीं कर पा रहे या दिल दिमाग की पुरानी क्लाटिंग को हटाना चाहंगे तो इसकी जरूरत पड़ेगी. इसी टाइम मशीन के जरिये आपको उस दिन, उस समय का पता लगाना होगा जब चोट लगी या सदमा लगा. पुरानी के मुकाबले ताजी चोट का इलाज आसान होता है. दिमागी टाइम मशीन का उपयोग करके आप उस समय की एनर्जी हील कर सकेंगे जब चोट लगी थी. इससे बहुत प्रभावशाली नतीजे मिलते हैं.
इसी तरह किसी व्यक्ति को जिस समय सदमा लगा उसी समय उपचारित किया जाये तो नतीजे बहुत अच्छे मिल जाते हैं. यह भी आप इस तकनीक का उपयोग करके कर सकेंगे.
सदस्यों द्वारा पूछे गये कुछ और सवालों के जवाब…
1. क्या दिमागी टाइम मशीन का निर्माण कभी भी कहीं भी किसी के भी दिमाग में किया जा सकता है?
हां मगर इसके लिये आपको अनुकूल स्थितियों का निर्माण करना होगा.
2. इसे सिर्फ सामने बैठे व्यक्ति पर ही किया जा सकता है या दूर बैठे व्यक्ति पर भी किया जा सकता है?
दोनों पर समान प्रभावी है. बशर्ते जिसके दिमाग में टाइम मशीन का निर्माण कर रहे हैं वह इसके लिये सहमत हो.
3. क्या इसे बिना बताये भी किसी के दिमाग में यूज किया जा सकता है?
नहीं, यह बहुत जटिल और खतरनाक होगा.
4. इसे विज्ञान नहीं मानता?
विज्ञान ने दुनिया नहीं बनायी. न ही उन्हें प्रकृति के सारे रहस्यों की जानकारी है. जब वे जान जाएंगे तब मान जाएंगे. वैज्ञानिक नेचर के बारे में जितना जानते हैं वह 4 प्रतिशत से भी कम है. कलियुग के अंत तक वे 25 प्रतिशत तक जान जाएंगे.
5. आज्ञा चक्र के जरिये टाइम मशीन का उपयोग कौन कर सकता हैं?
हर वह व्यक्ति जो अपनी शक्तियों का उपयोग करना चाहे. ये आपकी अपनी शक्ति है, चाहें तो इसका यूज करें. न चाहें तो सरप्राइज होते रहें.
6. इसे सीखने में कितने दिन लगते हैं.?
सिर्फ 30 मिनट. नतीजे अभ्यास के मुताबिक मिलते हैं.
7. क्या इससे भविष्य में जाकर उसे भी जाना जा सकता है?
हां इस तकनीक से भविष्य में भी जा सकते हैं. मगर उसके मैसेज डिकोड कर पाना सबके बस की बात नहीं. हमारे बीते जीवन का रिकार्ड चेतन और अवचेतन मन में रहता है. यहां तक की कई जन्मों की मेमोरी सेव रहती है. मगर जो अभी हुआ ही नहीं उसका कोई रिकार्ड नहीं होता. इसलिये आज्ञा चक्र, अवचेतन मन, थर्ड आई का उपयोग करके भविष्य में नहीं जाया जा सकता.
भविष्य में जाने के लिये अनाहत चक्र का उपयोग करना होता है. जो मन की गति से ब्रह्मांड की कहीं से भी, किसी भी समय की, कोई भी सूचना लाकर देने सक्षम होता है. लेकिन सामान्य स्थितियों में हमारा आज्ञा चक्र या थर्ड आई चक्र सूचनाओं को इस गति से डिकोड नहीं कर पाते. ये अनाहत चक्र द्वारा दी जा रही सूचनाओं का न्यूनतम हिस्सा ही पढ़ सकते हैं. इस कारण भविष्य की सूचनायें बिखरी हुई सी लगती है. जो लोग आज्ञा चक्र और तीसरे नेत्र चक्र को अनाहत के साथ जोड़कर उनका संतुलित उपयोग जानते हैं, वे ही दिमागी टाइम मशीन के जरिये फ्यूचर को डिकोड कर सकते हैं.
इस तकनीक की बाकी सारी जानकारी इसका चैप्टर रिलीज होने पर मिल ही जाएगी.

सत्यम् शिवम् सुंदरम्
शिव गुरु को प्रमाम
गुरुवर को नमन.

Leave a Reply

Fill in your details below or click an icon to log in:

WordPress.com Logo

You are commenting using your WordPress.com account. Log Out /  Change )

Twitter picture

You are commenting using your Twitter account. Log Out /  Change )

Facebook photo

You are commenting using your Facebook account. Log Out /  Change )

Connecting to %s

%d bloggers like this: