चैप्टर 4
संजीवनी शक्ति उपचार- सुख, समृद्धि, सुरक्षा का वरदान
संस्थापक एवं लेखक- शिव साधक, एनर्जी गुरू राकेश आचार्या…
संजीवनी उपचार के तहत अब मै अपनी उर्जा और आभामंडल को देखने
का तरीका सिखा रहा हूं। इसके लिए किसी प्लेन बैक ग्राउण्ड को चुने। बैक ग्राउण्ड सफेद हो तो बेस्ट रहेगा। अब अपने एक हाथ की मुट्ठी बंद करें। उसके अंगूठे को ऊपर उठायें।
अंगूठे को प्लेन व ब्राइट बैक ग्राउण्ड की तरफ उठायें। फिर अंगूठे पर कहीं एक जगह अपनी नजरें टिका दें। उसे अपलक देखें। देखें पहला चित्र। बिल्कुत इसी तरह से करना है।
इस बीच संजीवनी उत्पादक मंत्र ऊं. ह्रौं जूं सः का मानसिक रूप से जाप करें। तो अभ्यास अधिक प्रभावशाली होगा।
कुछ ही देर में अंगूठे के पीछे से रोशनी सी आती दिखने लगेगी। अंगूठे के ऊपरी भाग पर प्रकाश की चमकती पतली लाइन सी दिखेगी। शुरूआत में सफेद और अभ्यास बढ़ाने पर अलग अलग रंग दिखेंगे। ये आपके आभामंडल में संजीवनी शक्ति की पहली पर्त है। आपने अपनी एनर्जी देखनी शुरू कर दी।
पहले आपने आभामंडल की पहली पर्त देखी। अब मै आपको आभामंडल को देखना सिखाता हूं।
एक बड़े आइने के सामने खड़े हो जायें। वहां रोशनी थोड़ी कम होनी चाहिए। खुद को आइनें में देखना शुरू करें। अपने एक कंधे पर नजरें टिका दें और अपलक देखें। कुछ ही देर में अपने शरीर से प्रकाश निकलता दिखने लगेगा। जो शरीर से बाहर की तरफ जा रहा होगा। शुरूआत में यह पीला दिखेगा। बाद में इसके अलग अलग रंग दिखने लगेंगे। दूसरे चित्र में दिख रहे आभामंडल की तरह आप इसे देख सकेंगे। यही आपका आभामंडल है।
इस बीच संजीवनी उत्पादक मंत्र ऊं. ह्रौं जूं सः का मानसिक रूप से जाप करें। तो अभ्यास अधिक प्रभावशाली होगा। आगे जब आप दूसरों के आभामंडल और उर्जा चक्रों को खुली आंखों से देखने की दिव्य दृष्टि पाना चाहेंगे तो इस अभ्यास की बहुत जरुरत पड़ेगी। इसलिए इसे अच्छे से करें।
आइने में खुद को देखने का अभ्यास करते समय कुछ बातें विशेष रूप से ध्यान रखें।
1. यदि आपको अपना चेहरा डरावना दिखने लगे तो डरें नहीं। यह संजीवनी शक्ति की सफाई के समय कई बार स्वतः हो जाता है।
2. यदि आइनें में कुछ और आकृतियां दिखें तो घबरायें नहीं यह कई बार उर्जा चक्रों की स्वतः सफाई के दौरान एेसा हो जाता है।
3. यदि आइनें से खुद का अश्क गायब होकर दिखना बंद हो जाये तो भी घबरायें नहीं, इस अभ्यास के दौरान कई बार यह सामान्य रूप से हो जाता है।
आगे मै आपको बताउंगा कि संजीवनी शक्ति हमारे जीवन को क्यों और कैसे चलाती है।
आपका जीवन सुखी हो यही हमारी कामना है.