विघ्न बाधाओं की नकारात्मकता हटाते हैं सिद्ध गणेश रुद्राक्ष.

आर्थिक दबाव, कर्ज के तनाव से मुक्ति में सक्षम उपयोग
गणेश चतुर्थी के शुभ अवसर पर आरम्भ हुआ गणेश रुद्राक्ष सिद्धी अनुष्ठान पूर्ण हो चुका है. नवरात में गणेश रुद्राक्ष पर लक्ष्मी सिद्धी अनुष्ठान भी सम्पन्न कर दिया गया. ताकि जो साधक उसे अपने घर में स्थापित करें. उन्हें भगवान गणेश के साथ ही लक्ष्मी मां की कृपा भी प्राप्त हो. वे तन से, मनसे, धन से स्वस्थ, सुखी, निर्विघ्न और प्रशन्न रहें. साधकों के लिये इसी सप्ताह गणेश रुद्राक्ष भेज दिये जाएंगे.
साधकों से आग्रह है कि वे गणेश रुद्राक्ष को घर के मंदिर या लाँकर में स्थापित करें.
विधि विधान से सिद्ध हुआ गणेश रुद्राक्ष किसी चमत्कार से कम नही होते. इन्हें घर या प्रतिष्ठान में स्थापित करने मात्र से विध्न बाधाओं की नकारात्मक उर्जायें हटने लगती हैं. जीवन में सफलताओं की राह आसान हो जाती है. बच्चों के पढ़ाई वाले रूम में स्थापित करने से उनकी एकाग्रता बढ़ती है, ये रुद्राक्ष तीसरे नेत्र और आज्ञा चक्र को प्राकृतिक रूप से उपचारित करता है. जिससे पढ़ा हुआ याद होता है. सही समय पर सही निर्णय लेने की क्षमता उत्पन्न होती है.
आर्थिक दबाव और कर्ज के तनाव से मुक्ति के लिये गणेश रुद्राक्ष को बहुत उपयोगी माना गया है. इसके लिये निम्न विधि अपनायें.
*ऋण मोचन मंत्र- सदैव पार्वती-पुत्रः ऋण-नाशं करोतु मे
*साधना की विधि*…
सिद्ध हुए गणेश रूद्राक्ष को किसी साफ बर्तन में रखें. उस पर सात तिनके दूर्वा घास के चढ़ायें. उसके समक्ष बैठकर मंत्र जाप करें. मंत्र जप के समय आपका मुह पूर्व की दिशा में रहना चाहिये. मंत्र 10 मिनट रोज जपें. जप का समय पूरा होने पर रुद्राक्ष घर के मंदिर में रख दें. अगले दिन दूर्वा घर के बाहर के किसी मंदिर में गणेश प्रतिमा पर चढ़ा दें. रुद्राक्ष के साथ नई दूर्वा रखें.
साक्षात गणेश जी मानकर रुद्राक्ष के समक्ष बैठें और संकल्प लें.
संकल्प*…
1. हे गौरीनंदन गणपति भगवान मै देवाधिदेव महादेव को साक्षी बनाकर आपका ऋण मोचन अनुष्ठान कर रहा हूं. इसे स्वीकार करें, साकार करें. आपका धन्यवाद.
2. हे देवाधि देव महादेव मै आपको साक्षी बनाकर गणेश ऋण मोचन अनुष्ठान का अनुसंधान कर रहा हूं. मेरे द्वारा किया जा रहा अनुष्ठान शुद्ध, सिद्ध और सुफल हो, इस हेतु मुझे दैवीय सहायता और सुरक्षा प्रदान करें. आपका धन्यवाद.
3. हे दिव्य मंत्र *सदैव पार्वती-पुत्रः ऋण-नाशं करोतु मे* आप मेरी भावनाओं के साथ जुड़कर मेरे लिये सिद्ध हो जाइये, मेरे जीवन को ऋण मोचन सिद्धी की उर्जाओं से परिपूर्ण करें. आपका धन्यवाद
4. हे दिव्य सिद्ध गणेश रुद्राक्ष आप मेरे द्वारा ब्रह्मांड से आवाहित ऋण मोचक उर्जाओं को ग्रहण करके अपने भीतर धारण करें. मुझे और मेरे परिवार जनों को सदैव ऋण मुक्त बनाये रखें. हमें तन से मन से धन से स्वस्थ सुखी सुरक्षित और प्रशन्न बनायें.
5. मेरे दिव्य मूलाधार चक्र, आज्ञा चक्र आप मेरे द्वारा की जा रही ऋण मोचन साधना की दैवीय उर्जाओं को अपने भीतर स्थापित करें. अपनी चारो पंखुडियों को दिव्यता प्रदान करके जाग्रत हो जायें. मेरे जीवन में समृद्धी और सम्मान का जागरण करें. आपका धन्यवाद.