सभी अपनों को राम राम

हे शिव आप मेरे गुरु हैं, मै आपका शिष्य हूं, मुझ शिष्य पर दया करें. जो लोग मुझमें विश्वास रखते हैं, उन्हें आर्थिक संकट से सदैव मुक्त रखें. आपका धन्यवाद है.
शास्त्र कहते हैं मूलाधार चक्र की उर्जाओं के मालिक भगवान गणेश हैं. वे विघ्नहर्ता तो हैं ही, प्रबल ऋणहर्ता भी हैं. भक्त सदियों से गणेश ऋणहर्ता अनुष्ठान का अचूक लाभ लेते आ रहे हैं. ये सिद्धी सालों से चला आ रहा कर्ज समाप्त करने में अचूक है. साथ ही इसके साधक एेसे सम्पन्न बन जाते हैं कि जीवन मेंं उन्हें कर्ज लेने की जरूरत ही नही पड़ती.
इस बार आप भी इसका लाभ उठायें.
25 अगस्त 17 को गणेश चतुर्थी है. उस दिन से गणेश पर्व शुरू होगा. यह 10 दिनों का उत्सव है, जो अनंत चतुर्दशी को पूर्ण होगा. भारत के अलावा नेपाल, बर्मा, थाईलैंड, कनाडा, संयुक्त राज्य अमेरिका, गुयाना, मारीशस, फिजी, सिंगापुर, मलेशिया, इंडोनेशिया, कंबोडिया, न्यूजीलैंड, त्रिनिदाद और टोबैगो आदि में भी मनाया जाता है.
इस अवसर पर ब्रह्मांड में आत्मबल को बढ़ाने वाली उर्जायें उत्पन्न होती हैं. इन्हीं उर्जाओं से आर्थिक मजबूती भी मिलती है. इनका लाभ उठाने के लिये गणेश ऋण मोचन अनुष्ठान का अनुसंधान बड़ा प्रभावकारी साबित होता है.
इसके लिये *सदैव पार्वती-पुत्रः ऋण-नाशं करोतु मे*
मंत्र से गणेश रुद्राक्ष को सिद्ध करना होता है. इस अवसर पर सिद्ध गणेश रुद्राक्ष कई पीढ़ियों तक प्रभावी देखा गया है.
*साधना की सामग्री*…
कहीं से एक गणेश रुद्राक्ष प्राप्त कर लें. ये विशेष आकृति वाला रुद्राक्ष होता है. जिसमें गणेश सूढ़ का आकार बना होता. उसे सिद्ध करके ऋण मोचन के लिये प्रोग्राम कर लें. ऋण मोचन के अचूक परिणामों के लिये जरूरी है कि रुद्राक्ष असली हो. इन दिनों बाजार में चाइना मेड नकली रुद्राक्ष की भरमार है. उनसे ऋण मोचन सिद्धी पूर्ण नही होती.
साधना में किसी अन्य वस्तु की आवश्यकता नही होती.
*साधना का मंत्र*…
सदैव पार्वती-पुत्रः ऋण-नाशं करोतु मे
*साधना के संकल्प*…
1. हे गौरीनंदन गणपति भगवान मै देवाधिदेव महादेव को साक्षी बनाकर आपका ऋण मोचन अनुष्ठान कर रहा हूं. इसे स्वीकार करें, साकार करें. आपका धन्यवाद.
2. हे देवाधि देव महादेव मै आपको साक्षी बनाकर गणेश ऋण मोचन अनुष्ठान का अनुसंधान कर रहा हूं. मेरे द्वारा किया जा रहा अनुष्ठान शुद्ध, सिद्ध और सुफल हो, इस हेतु मुझे दैवीय सहायता और सुरक्षा प्रदान करें. आपका धन्यवाद.
3. हे दिव्य मंत्र *सदैव पार्वती-पुत्रः ऋण-नाशं करोतु मे* आप मेरी भावनाओं के साथ जुड़कर मेरे लिये सिद्ध हो जाइये, मेरे जीवन को ऋण मोचन सिद्धी की उर्जाओं से परिपूर्ण करें. आपका धन्यवाद
4. हे दिव्य सिद्ध गणेश रुद्राक्ष आप मेरे द्वारा ब्रह्मांड से आवाहित ऋण मोचक उर्जाओं को ग्रहण करके अपने भीतर धारण करें. मुझे और मेरे परिवार जनों को सदैव ऋण मुक्त बनाये रखें.
5. मेरे दिव्य मूलाधार चक्र आप मेरे द्वारा की जा रही ऋण मोचन साधना की दैवीय उर्जाओं को अपने भीतर स्थापित करें. अपनी चारो पंखुडियों को दिव्यता प्रदान करके जाग्रत हो जायें. मेरे जीवन में समृद्धी और सम्मान का जागरण करें. आपका धन्यवाद.
*साधना की विधि*…
सिद्ध हुए गणेश रूद्राक्ष को किसी साफ बर्तन में रखें. उस पर सात तिनके दूर्वा घास के चढ़ायें. उसके समक्ष बैठकर मंत्र जाप करें. मंत्र जप के समय आपका मुह पूर्व की दिशा में रहना चाहिये. साधना गणेश चतुर्थी से अनंत चौदस तक करें. रात में लाल आसन पर बैठकर रोज 4 घंटे जाप करें. मंत्र जाप की गिनती नही करनी है. जप का समय पूरा होने पर रुद्राक्ष घर के मंदिर में रख दें. अगले दिन दूर्वा घर के बाहर के किसी मंदिर में गणेश प्रतिमा पर चढ़ा दें. रुद्राक्ष के साथ नई दूर्वा रखें.
इन 10 दिनों में एक ही बार भोजन करें.
अनंत चौदस की साधना पूरी होने के बाद सिद्ध हुआ रूद्राक्ष घर के खजाने में रख दें.
साधना पूरी होने पर भगवान शिव को, भगवान गणेश को, भगवान कुबेर को, अपने कुलदेव को, धरती माता को, भगवान इंद्र को धन्यवाद दें. मेरी गुरु दक्षिणा के रूप में 10 दिनों तक रोज किन्हीं दो गरीबों को भोजनदान करें.
प्रसन्नता पूर्वक सम्पन्नता का इंतजार करें.
(किसी वजह से जो लोग खुद ऋण मोचक रूद्राक्ष सिद्ध नही कर सकते. वे भी निराश न हों. उनका रुद्राक्ष हमारे संस्थान की आचार्य टीम सिद्ध करेगी. इसके लिये 25 अगस्त से पहले 9999945010 पर अपनी डिटेल नोट करा दें. मुम्बई के साधकों को गुरू जी 27 अगस्त के दिन ऋण मोचन साधना कराएंगे…टीम मृत्युंजय योग).