
भगवान शिव को साक्षी बनाकर धन कुबेर से धन सुख की मांग करें। कहें
“हे धन कुबेर मेरी साधना स्वीकार करें, साकार करें। मेरे धन के भंडार भरें, समृद्धि सुख दें, सदैव मेरे अनुकूल रहें”
मन्त्र:–
‘ॐ यक्षाय कुबेराय वैष्णवाय धन धन्यादि पतये धन धान्य समृद्धि मे देहि दापय स्वाहा’
मुहूर्त:
धनतेरस 22 oct 2022
6.55pm से 8.13 pm
सामग्री:
58 रु. के सिक्के, 20 रु. की कुमकुम, कच्ची चिकनी मिट्टी का एक छोटा सूखा टुकड़ा, नया लाल कपड़ा
विधान:
धनतेरस मुहूर्त आरम्भ होने पर सामग्री लेकर घर के पूजा स्थल में बैठें। सरसों तेल का दीपक जला लें। पूरब मुख होकर साधना करें।
1- श्री गणेशाय नमः बोलकर साधना आरम्भ करें।
2- भगवान शिव को साक्षी बनाएं। कहें- हे मेरे गुरुदेव देवाधि देव महादेव आपको साक्षी बनाकर धनतेरस के शुभ अवसर पर कुबेर खजाना सिद्धि साधना सम्पन्न कर रहा हूँ। मुझे इसकी अनुमति प्रदान करें। सफलता हेतु दैवीय सहायता और सुरक्षा प्रदान करें। आरोग्य सुख हेतु देव उपचारक भगवान धनवंतरि की अनुकूलता प्रदान करें।
आपका धन्यवाद है।
3- कुबेर खजाना तैयार करें।
नए लाल कपड़े में 58 रु. के सिक्के, 20 रु. की कुमकुम और चिकनी मिट्टी का टुकड़ा लपेटकर पोटली बना लें। इसे ही कुबेर खजाने के रूम में सिद्ध करना है।
4- कुबेर से धन सुख की मांग करें। कहें – हे धन कुबेर भगवान शिव को साक्षी बनाकर मै आपकी साधना सम्पन्न कर रहा हूँ। मेरी साधना स्वीकार करें, साकार करें। मेरे धन के भंडार भरें, समृद्धि सुख दें, सदैव मेरे अनुकूल रहें।
आपका धन्यवाद है।
5- आरोग्य सुख हेतु देव उपचारक भगवान धनवंतरि का आवाहन करें। कहें- हे देव उपचारक भगवान धनवंतरि आपको नमन। आज धनतेरस के शुभ अवसर पर आप कुबेर खजाने में उपलब्ध अपनी दिव्य औषधियों का लाभ देकर मुझे आरोग्य सुख प्रदान करें। सदैव मेरी सहायता करें।आपका धन्यवाद।
6- उसके बाद उक्त पोटली सामने रखकर ऊपर दिए मन्त्र का 11 माला जप करें।
माला और आसन अपनी सुविधानुसार कोई भी उपयोग कर लें।
7- साधना पूरी होने के बाद पोटली को घर के लॉकर में रख दें। आर्थिक उन्नति बढ़ेगी। तब उसका एक हिस्सा जरूरतमंदों की भलाई में जरूर खर्च करें। जिससे कुबेर कृपा सदैव मिलती रहे।
शिव शरणं।