चमत्कारी रुद्राक्ष और उनके उपयोग की विधि
सिद्ध रुद्राक्ष की अधिक जानकारी लेने या उन्हें प्राप्त करने के लिये आप हमारे संस्थान की हेल्पलाइन पर सम्पर्क कर सकते हैं. हेल्पलाइन नं. – 9250300800
आपका जीवन सुखी हो यही हमारी कामना है.
1. महा संजीवनी रुद्राक्ष
ये बहुत ही चमत्कारी क्षमता वाला रुद्राक्ष है। ये क्षमतावान देवदूतों की तरह काम करता है। ये इथरिक टाइम मशीन बनाने में सक्षम होता है। जिसका उपयोग दूसरों की थर्ड आई को रीड करके उसके जीवन की अज्ञात घटनाओंका पता लगाने के लिये भी किया जाता है। ये चमत्कारी रुद्राक्ष पास्ट में भी जाकर पुराने रोगों, तकलीफों का संजीवनी उपचार करने में सटीक होता है। इसकी ऐसी प्रोग्रामिंग की जाती है कि जिस घर या प्रतिष्ठान में इसे रखा जायें, वहां की उर्जाओं को स्वतः उपचारित करता रहता है। जिससे वहां रहने वाले या काम करने वाले लोग बिना रुकावट सफलतायें अर्जित करते चले जाते हैं।
उपयोग के लिये
इसे हाथ में लेकर बैठें। आखों बंद कर लें। भगवान शिव से प्रार्थना करें। कहें हे देवों के देव महादेव मै आपको साक्षी बनाकर एनर्जी गुरु राकेश आचार्या जी द्वारा सिद्ध किये गए महा संजीवनी रुद्राक्ष का प्रयोग कर रहा हूं।
मेरा प्रयोग सफल हो इसके लिये दैवीय सहायता और सुरक्षा प्रदान करें। इसके लिये आपका धन्यवाद, संजीवनी रुद्राक्ष का धन्यवाद, एनर्जी गुरु राकेश आचार्या जी का धन्यवाद।
संजीवनी उपचार के लिये
महा संजीवनी रुद्राक्ष से अपने समक्ष संजीवनी स्ट्रेचर की मांग करें। *कहें आप ब्रह्मांड में संजीवनी शक्ति के अनंत स्रोत के साथ जुड़े हैं। सफल और सुरक्षित संजीवनी उपचार के लिये मेरे समक्ष संजीवनी स्ट्रेचर का निर्माण करें*। फिर स्ट्रेचर को छूूकर कन्फर्म करें।
उसके बाद महा संजीवनी रुद्राक्ष से कहें * अमुक ( जिसका उपचार करना है उसका नाम लें ) का आभामंडल संजीवनी स्ट्रेचर पर बुला दें।*
फिर छूकर आभामंडल की उपस्थिति को कन्फर्म करें।
रुद्राक्ष से फिर * कहें इनके आभामंडल की सफाई के लिये मेरे दूसरे हाथ से उचित उर्जा का प्रवाह करें। फिर सफाई शुरू करें। इसी तरह उर्जा चक्रों की सफाई और उर्जित करने के लिये भी रुद्राक्ष से उचित उर्जा ओं की मांग करें। यदि आप सुनिश्चित हों कि उपचार के लिये किस चक्र के लिये किस उर्जा की कितनी जरुरत हैं, तो रुद्राक्ष से सीधे उस उर्जा को ही मांग सकते हैं। दोनों ही विधियां अपना प्रभाव देंगी।
किसी का पास्ट जानने के लिये
। रुद्राक्ष से कहें आप ब्रह्मांड में संजीवनी शक्ति के अनंत स्रोत के साथ जुड़े हैं। मुझे हर क्षण संजीवनी प्रदान करें। मै अमुक (जिसके लिये कर रहे हैं उसका नाम) की थर्ड आई को मेरे आज्ञा चक्र से जोड़ दें। और आप इथरिक टाइम मशीन का निर्माण करके मुझे इनके पास्ट में बीती घटना/रोग/ तकलीफ की (जिसके बारे में आाप जानना चाहते हैं) जानकारी दें। उसके बाद शांत मन से रुद्राक्ष के मानसिक जवाब का इंतजार करें। सटीक नतीजों के लिये जवाब को बिना प्रतिरोध स्वीकारें।
पास्ट के उपचार के लिये
पास्ट की घटना/ रोग/तकलीफ, साल, दिन, तारीख, समय और उसके कारण जान लेने के बाद, उसका संजीवनी उपचार उसी समय में जाकर करें। ताजी चोट, शुरुआती रोग और मन की बेचैनी को शुरुअत में ही ठीक किया जाये तो नतीजे तुरंत व प्रभावशली मिलते हैं।
इसके लिये महा संजीवनी रुद्राक्ष से कहें आप इथरिक टाइम मशीन का निर्माण करके इनके (जिसे उपचारित करना है उसका नाम लेकर) उस समय के आभामंडल को संजीवनी स्ट्रेचर पर बुला दें। फिर उसका संजीवनी उपचार शुरु करें। बहुत उत्साहजनक परिणाम मिलेंगे।
कामना पूरी करने के लिये
महा संजीवनी रुद्राक्ष कामना पूर्ति में भी बहुत कारगर साबित होता है। दरअसल हर कामना को पूरा होने के लिये, उसमें निर्धारित मात्रा में उर्जा का प्रवाह होना चाहिये। जिसे हम देवी देवताओं से प्रार्थना करके प्राप्त करते हैं। यदि कामना को सीधे ही पूरी होने लायक उर्जा मिल जाये तो वे तुरंत पूरी हो जाती है। इसी कारण जो लोग अपनी अवचेतन शक्ति का उपयोग करते हैं। उनकी कामनायें पूरी होती ही रहती हैं। क्योिक अवचेतन शक्ति उनकी कामनाओं को अपनी उर्जा दे देती है। नकारात्मक महौल के कारण अवचेतन शक्ति से काम ले पाना काफी कठिन हो जाता है। ऐसे में महा संजीवनी रुद्राक्ष की उर्जायें देकर उन्हें पूरा कराना आसान है। इसके लिये ध्यान रखें कि महा संजीवनी रुद्राक्ष को एक समय में एक ही कामना की जिम्मेदारी दी जाये। उसके पूरा होने के लिये तसल्ली से इंतजार किया जाये। कामना करते समय जल्दबाजी या अधिक मानसिक बल का प्रयोग बिल्कुल न करें।
उपयोग के लिये रुद्राक्ष को हाथ में लेकर कहें * आप संजीवनी के अनंत स्रोत से जुड़ा हैं। मेरी अमुक (जो कामना है उसे स्पष्ट व कम शब्दों में बोलकर ) रुद्राक्ष से कहें * इसके पूरी होने तक इसे दैवीय उर्जा प्रदान करें।*
2. संजीवनी रुद्राक्ष
इससे भी संजीवनी उपचार व कामना पूरी कराना के लिये महा संजीवनी रुद्राक्ष की तरह काम लें। मगर इससे इथरिक टाइम मशीन के निर्माण के लिये न कहें।
कम उर्जा क्षमता के कारण इसके लिये ये आपकी निजी उर्जा ओं का उपयोग करके उन्हें खर्च कर डालेगा। जिसका नतीजा उर्जाहीनता के रूप में सामने आ सकता है।
3. कुंडली जागरण रुद्राक्ष
इसका उपयोग महासाधना में, एनर्जी रिपोर्ट के उपायों में और गुरु जी की उर्जाओं को अपने लिये आमंत्रित करने के लिये करें। गुरु जी की उर्जा से हर समय जुड़े रहें और उनकी ध्यान साधना का लाभ उठाते रहें इसके लिये इसे हमेशा गले में धारण करके रखें। ये रुद्राक्ष भी बड़ा ही चमत्कारिक होता है।
सात मुखी से ऊपर वाले 100 रुद्राक्ष में से 6 रुद्राक्ष ही कुंडली जागरण करने में सक्षम होते हैं। एनर्जी रीड करके उनका पता लगाया जाता है। फिर उन्हें जाग्रत करके सिद्ध किया जाता है।
उसके बाद जिस व्यक्ति को चाहिये उसकी एनर्जी से मैच कराकर संजीवनी उपचार और कुंडली जागरण के लिये इसे प्रोग्राम किया जाता है। यदि ऐसे एक रुद्राक्ष को तैयार किया जाये तो पूरी प्रक्रिया पर 20 हजार से भी अधिक का खर्च आता है। सामूहिक रूप से इन्हें तैयार करने पर प्रति रुद्राक्ष खर्च कम होता जाता है। एनर्जी रिपोर्ट के साथ इसे फ्री उपहार में दिया जाता है। इसे धारण करने वाले की एनर्जी को एनर्जी गुरु जी दूर से ही ठीक कर देते हैं।