कोरोना: आगे आर्थिक त्रासदी का खतरा, बचाव हेतु अपना फॉर्म सम्मिट करें

【कोरोना का खतरा बड़ा है। कोरोना के बाद का खतरा और भी बड़ा है। कोरोना महामारी के बाद आर्थिक संकट का दौर शुरू होगा। जो कोरोना से बच जाएंगे आर्थिक त्रासदी उन्हें भी झेलनी पड़ेगी। कहीं जॉब से छंटनी तो कहीं सैलरी में कटौती। कहीं कारोबारी नुकसान तो कहीं घाटा। खर्चो में जिनके हाथ खुले हैं उन्हें बार बार समझौते करने पड़ेंगे। कई बार घर के जरूरी खर्च चला पाने में भी कसमसाहट होगी। आर्थिक त्रासदी अब रोकी नही जा सकती। इसकी मार जीवन न उजाड़ दे इसके लिये सभी साधक अपनी ऊर्जाओं को बढ़ाना तत्काल शुरू करें।】
जिनकी ऊर्जाएं अच्छी होती हैं। उन्हें तन, मन, धन की कोई भी त्रासदी हिला नही पाती है। बड़ी से बड़ी मुसीबतें उन्हें छूकर साधारण घटनाओं की तरह गुजर जाती हैं।जिनकी इम्युनिटी स्ट्रांग होती है, वे कोरोना सहित सभी बीमारियों से जीतने में सक्षम होते हैं। जिनकी एनर्जी स्ट्रांग होगी, उनकी इम्युनिटी स्वतः स्ट्रांग होती है। साथ ही उनका आत्मबल और आत्मविश्वास भरपूर रहता है। उनके निर्णय सक्षम होते हैं, उनके कार्य सफल होते हैं। इसलिये धन और शोहरत उनके पीछे भागती है।
सभी साधक अपनी ऊर्जाओं को मजबूत करने का काम तुरन्त शुरू कर दें। अपने आभामंडल और ऊर्जा चक्रों को नियमित रूप से साफ करें। मूलाधार चक्र, अनाहत चक्र, विशुद्धि और आज्ञा चक्र को उर्जित करके स्ट्रांग करें। इसके लिये जिनको जो विधा ज्ञात है वे बिना संसय, बिना आलस्य उसका उपयोग करें। जिन्हें कोई विधि नही ज्ञात वे नमक के पानी से नियमित नहाएं। इससे आभामंडल से नकारात्मक और बीमार ऊर्जाएं निकल जाती हैं। रोज 10 मिनट ताली बजाएं। इससे अनाहत चक्र और विशुद्धि चक्र उर्जित हो जाते हैं।
रुद्राभिषेक का सहारा लें। इससे आभामंडल सहित सभी उर्जा चक्रों की सफाई होती है साथ ही समग्र सूक्ष्म शरीर उर्जित हो जाता है। दीपयज्ञ व हवन से भी उर्जा चक्र उपचारित होते हैं, इसलिये इनका सहारा भी ले सकते हैं। योग, व्यायाम और सदाचरण से भी एनर्जी सुधरती है। इनका भी सहारा ले सकते हैं।
आने वाली आर्थिक त्रासदी से निपटने के लिये सभी साधक अपने मूलाधार चक्र को जरूर उपचारित करें। इससे रोगों से लड़ने की क्षमता, आत्मबल और धन में बढ़ोत्तरी होती है। सक्षम साधक इसके लिये मन्त्र संजीवनी का उपयोग करें। मन्त्र संजीवनी रुद्राक्ष के द्वारा मूलाधार चक्र को मन्त्र शक्ति से रोज सिंचित करें। फिर  चिंता की कोई बात नही।
जो साधक मूलाधर चक्र को उर्जित करना नही जानते वे भी घबराएं नही। हमारी एनर्जी हेल्पलाइन- 9999945010 (wtsap only) पर अपना नाम और लेटेस्ट फोटो भेजकर इसके लिये अपना निःशुल्क आग्रह भेज सकते हैं। मृत्युंजय योग का मन्त्र संजीवनी उपचारक पैनल उनकी एनर्जी उपचारित करेगा। साथ ही हमारे आचार्यों द्वारा उनके लिये रुद्राभिषेक, यज्ञ और नवग्रह मन्त्र जप अनुष्ठान संपन्न किया जाएगा। आग्रह भेजने वाले सभी साधक आगे दिया फॉर्म जरूर भरें। उस जानकारी के आधार पर अनुष्ठान संपन्न होगा।
हमारी यह सेवा लेने वाले साधक बदले में अपने आस पास किन्ही 5 गरीब परिवारों को राशन दें। गरीब परिवारों की मदद के प्रमाण के साथ जो साधक अपने आग्रह भेजेंगे, अनुष्ठान में उन्हें प्राथमिकता दी जाएगी।
कोरोना लड़ाई में सरकारी निर्देशो का पालन करते रहें।
।। सबका सुखी हो यही हमारी कामना है।।
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