समृद्धि-सुख के लिये चीनी के शिवलिंग पर पूजा करें

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सभी अपनों को राम राम
कल दिल्ली आश्रम में कुंडलिनी और उर्जा चक्र जागरण साधना थी. साथ ही साधकों के तीसरे नेत्र को भी सक्रिय किया गया.
मैने साधकों से कहा था कि गुरु दक्षिणा के रूप में वे अपनी कोई एक समस्या लिखकर मेरे दान पात्र में डाल दें. मै उन समस्याओं के समाधान की कोशिश करुंगा.
साधकों द्वारा लिखी गई समस्याओं में अधिकांश आर्थिक और घर के सुख समृद्धि से जुड़ी समस्यायें हैं.
साधकों की समस्याओं को ध्यान में रखते हुए मै यहां सुख समृद्धि का सरल उपाय दे रहा हूं. इसे अपनाकर अब तक अनगिनत लोग लाभ उठा चुके हैं. कोई भी इसे कर सकता है.
*उपाय…* शर्करा अर्थात् शक्कर अर्थात चीनी से बने शिवलिंग पर पूजा अर्चन से घर में सुख समृद्धि स्थापित होता है. शास्त्रों के मुताबिक इससे दरिद्रता के सभी लक्षण समाप्त हो जाते हैं.
शक्कर से बने शिवलिंग में उर्जाओं के शोधन का विशेष गुण होता है. साथ ही ये शिवलिंग साधक के मूलाधार, अनाहत और आज्ञा चक्र को पोषित करते हैं. मैने सैकड़ों प्रयोगों में इसे अकाट्य पाया है.
*विधान….*
1. शिवगुरू को नमन करके साक्षी बनायें. कहें- *देवों के देव महादेव मेरे गुरूदेव भगवान शिव आपको साक्षी बनाकर मै सुख समृद्धि हेतु शर्करा शिवलिंग पर अर्चना कर रहा हूं. आप इसे स्वीकार करें. साकार करें.*
2. शक्कर का शिवलिंग बनायें. इनसे लक्ष्मी आकर्षण का आग्रह करें. *कहें-दिव्य शिवलिंग आपको मेरा प्रणाम है. आप मेरी भावनाओं से जुड़कर मेरे लिये सिद्ध हो जायें. मुझे सुख समृद्धि सिद्धि प्रदान करें.*
3. सरसों के तेल का दीपक जला लें. सुगंध के लिये सूखी धूप जलायें. फिर शर्करा शिवलिंग का पंचोपचार पूजन करें.
4. पंचोपचार के बाद शिवलिंग को एकटक देखते हुए 30 मिनट *ऊं. शं शंकराय धनम् देहि देहि ऊं.* मंत्र का जप करें.
5. पूजा पूर्ण होने के बाद शिवलिंग को विसर्जित करें. विसर्जन के लिये हाथ जोड़कर घर में उर्जा स्थापन का आग्रह करें. कहें- *हे दिव्य शिवलिंग आप अपने भीतर अर्जित सुखकारी उर्जाओं को मेरे घर के कोने कोने में फैला दें. मेरे घर के हर व्यक्ति के जीवन में फैला दें. मेरे परिवार में सुख समृद्धि स्थापित करें.*
6. उक्त प्रार्थना के बाद शिवलिंग को कम से कम 10 मिनट वहीं रहने दें. उसके बाद जब भी सुविधा हो शिवलिंग की शक्कर को समेटकर किसी पेड़ की छाया में चीटियों के भोजन हेतु डाल दें.
7. यह प्रयोग लगातार 1 माह करें. महिलायें माहवारी के दिनों में इसे न करें. हर दिन किसी बुजुर्ग या भिखारी को भोजन अवश्य दें. आलोचना से बचें.
शिवगुरू आपके घर परिवार में सुख समृद्धि अवश्य स्थापित करेंगे.
 
पंचोपचार पूजन……
1. स्नान…. चम्मच से जल डालकर स्नान करायें. कहें- प्रभु स्नान ग्रहण करके मेरे लिये कल्याणकारी बने रहें.
2. वस्त्र….. वस्त्र के रूप में कलावा (मौली) का टुकड़ा अर्पित करें. कहें- प्रभु वस्त्र ग्रहण करके मेरे लिये कल्याणकारी बने रहें.
3. दीप…… दीपक पर चावल छिड़ककर कहें- प्रभु दीप दर्शन करके मेरे लिये कल्याणकारी बने रहें.
धूप……. धूप दिखाकर कहें- प्रभु धूप सुगंध ग्रहण करके मेरे लिये कल्याणकारी बने रहें.
4. पुष्प-माला…. पुष्प माला अर्पित करके कहें- प्रभु पुष्पांजली स्वीकार करके मेरे लिये कल्याणकारी बने रहें.
5. नैवेध…. मिठाई फल अर्पित करके कहें- प्रभु नैवेध ग्रहण करें और मेरे लिये सदैव कल्याणकारी बने रहें.
दक्षिणा…. दक्षिणा के रूप में सुपारी अर्पित करें. कहें- दक्षिणा स्वीकारें और मुझे परिवार सहित सुख समृद्धि प्रदान करें.
इस तरह पंचोपचार पूजन करके मंत्र का जप शुरू करें.
 
चीनी का शिवलिंग…
चीनी में थोड़ा सा शहद या घी
मिलाकर उसे गीली मिट्टी की
तरह नम कर लें.
उसके बाद उसे शिवलिंग के आकार में स्थापित कर लें.
 
*शिव शरणं*

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