अपना पंडित खुद बनें-1

सभी को राम राम
अक्सर देखने में आता है लोग अच्छे मन से, पूरे विश्वास से पूजा पाठ करते हैं. मगर उन्हें वांक्षित फल नही मिल पाता. क्योंकि मंत्र जाप, साधना-अराधना, पूजा-पाठ के नियमों की सही जानकारी नही होती.
पुजारी-पंडितों से पूछने पर ज्यादातर मामलों में मनगढ़ंत जानकारी ही मिल पाती है. वे कहते हैं ऐसा शास्त्रों में लिखा है. जबकि 99 प्रतिशत से भी अधिक पंडित-पुजारियों ने शास्त्र पढ़ा ही नही. दरअसल उन्हें शास्त्र पढ़ना आता ही नही. वे जिन्हें शास्त्र समझते हैं वे बाजार में बिकने वाली साधारण किताबें हैं.
यहां हम ये नही कह रहे कि सभी पुजारी पंडित गड़बड़ हैं. कुछ वास्तविक विद्वान भी हैं, उन्हीं के बूते धर्म टिका है. मगर उनकी संख्या इतनी कम होती जा रही है कि उन तक सबकी पहुंच नही हो पा रही.
दुर्भाग्य से गड़बड़ करने वालों की तादाद अधिक हो गयी है. इनकी व्यापकता इतनी अधिक है कि उसे रोका नही जा सकता.
ऐसे में अध्यात्म का लाभ उठाने के लिये आपको अपना पंडित खुद बनना होगा.
इसमें हम आपके साथ हैं. अध्यात्म से जुड़े सवाल पूछ सकते हैं. हम उनका शास्त्र व विज्ञान सम्मत सुझाव देंगे.
इसके लिये नीचे दिये लिंक को क्लिक करके महासाधना ग्रुप को ज्वाइन कर लें.

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