
राम राम मै अरुण
होली के मुहूर्त में गुरू जी ने देव उर्जा रुद्राक्ष सिद्ध कर लिये. अब साधक इस रुद्राक्ष के द्वारा भी देव साधना कर सकेंगे.
कल से दो दिन तक मुम्बई आश्रम में आने वाले साधकों को देव उर्जा रुद्राक्ष उपलब्ध कराये जाएंगे.
इससे पहले देव बूटी के द्वारा देव साधना होनी सुनिश्चित हुई है. देव बूटी की उपलब्धता कम होने के कारण गुरू जी देव उर्जा रूद्राक्ष को देव साधना के लिये सिद्ध करा रहे थे. होली के मुहूर्त पर इसमें सफलता मिल पाई.
इस तरह से सिद्ध रुद्राक्ष साधक के चक्रों से कनेक्ट करके देव साधना सिद्ध दिलाने में सक्षम साबित होंगे. मगर इनका उपयोग वही साधक कर सकेंगे जो कुंडली रुद्राक्ष या प्रारब्ध उपचार रुद्राक्ष के द्वारा महासाधना करते आ रहे हैं. क्योंकि देव साधना के लिये कुंडली का मुवमेंट होना जरूरी है. साथ ही पास्ट उर्जाओं की सफाई जरूरी होती है.
इसके मुकाबले देव बूटी के द्वारा देव साधना के लिये महासाधना में शामिल होते रहने की अनिवार्यता नही है. साथ ही देव बूटी खुद ही प्रारब्ध की उर्जाओं को हटाती है. कुंडली जागरण करने में भी सक्षम होती है.
जो साधक 18 या 19 मार्च को मुम्बई आश्रम पहुंच रहे हैं. वे अपना दव उर्जा रुद्राक्ष प्राप्त कर लें.
अन्य साधक देव उर्जा रुद्राक्ष को उनकी उर्जा से कनेक्ट करने के लिये अपना लेटेस्ट फोटो जरूर भेजें.