देव अनुष्ठान के बाद अब बारी देवत्व साधना की

16806784_375840709469350_4771114815424386837_n.jpgराम राम, मै अरुण
महाशिवरात्रि के शुभ अवसर पर आज दिल्ली और मुम्बई आश्रम में देव अनुष्ठान सम्पन्न हुआ. दिल्ली में एनर्जी गुरू जी के सानिग्ध में हुआ. और मुम्बई में शिवप्रिया जी के सानिग्ध में.
देव अनुष्ठान में आकर हिस्सा लेने वाले साक्षात् शिव समक्ष हुए. जिन लोगों ने घर से ही देव अनुष्ठान का संकल्प लिया था, उनकी उर्जाओं को गुरू जी ने कल रात से ही अनुष्ठान की उर्जाओं के साथ जोड़ दिया था. उनके लिये पारद शिवलिंग सिद्ध करने की देवत्व साधनाआज रात भर चलेगी. रात के चारो प्रहर दिल्ली में गुरू जी और मुम्बई में शिवप्रिया जी साधकों को साधना कराएंगी.
देव अनुष्ठान के तहत एक हजार रुद्राभिषेक की श्रंखला होती है. इसके अंतर्गत पारद शिवलिंग पर अभिषेक किये जाते हैं. साथ ही महायज्ञों की श्रंखला चलती है. देव अनुष्ठान की पूर्णता पर इन्हीं पारद शिवलिंग का महायज्ञों की भस्म से भस्माभिषेक किया जाता है.
जिससे पारद शिवलिंग में साधक के भीतर पंचतत्व को जाग्रत करके देव तत्व उत्पन्न करने की क्षमता उत्पन्न होती है. एेसे शिवलिंग के समक्ष की गई कामनायें पूरी होती हैं. साधनायें सिद्ध होती हैं. व्यक्तित्व में देवत्व उत्पन्न होता है.
गुरुजी जी दिल्ली आश्रम में और शिवप्रिया जी मुम्बई आश्रम में महाशिवरात्रि की चार प्रहर की साधना में भस्माभिषेक करेंगी. उनके साथ साधक भी देवत्व साधना का हिस्सा बनेंगे.
गुरुदेव ने आश्वासन दिया है कि वे इच्छुक साधकों को घर बैठे देवत्व साधना करके देव सिद्धी अर्जित करने की विधि देंगे.
सबके जीवन में देवत्व स्थापित हो, यही गुरू जी की कामना हैं.

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