अपनी समस्याओं से छुटकारा पाने के लिये कब तक भटका जाये. किस किस के पास भटका जाये. क्या हमारा जन्म इसी भटकाव के लिये हुआ है.बिल्कुल नही. ये भटकाव सिर्फ इस लिये है क्योंकि लोग अपनी आंतरिक शक्तियों का उपयोग नही करते.जान लें कि जैसे लोग हाथ, पैर, आंख, मुंह, नाक, कान का उपयोग करते हैं, उतनी ही आसानी से अपनी आंतरिक शक्तियों आभामंडल, उर्जा चक्रों और कुंडली का भी उपयोग कर सकते हैं. क्योंकि ये भी उनके ही शरीर के अंग हैं.
ध्यान रखना होगा कि सफल जीवन जीने लायक सुपर पावर सबमें हैं. आभामंडल, उर्जा चक्रों और कुंडली सुपर पावर का केन्द्र हैं. इनका इश्तेमाल न करने के कारण ही लोग दर दर भटक रहे हैं. क्योंकि इनकी निष्क्रियता ही समस्याओं का एकमात्र कारण है. जो सुपर पावर गुरुओं या सिद्धों में होती हैं, वो सबमें होती है. परेशान लोगों और सिद्धों में फर्क सिर्फ इतना है कि वे अपनी पावर का यूज कर रहे हैं, और लोग अपनी पावर का यूज करने की बजाय उनकी पावर पर डिपेंट कर रहे हैं. अगर आप अपने खुद के चमत्कारी जीवन के रचयिता बनना चाहते हैं, जो आज से ही अपनी सुपर पावर का उपयोग शुरू कर दें. ये उतना ही आसान है जितना कि हाथ से गिलास उठाकर पानी पीना.
यदि आप इसे करना नही जानते तो सीख लें. किसी सिखाने वाले को न जानते हों तो नीचे लिखे लिंक को क्लिक करके संजीवनी उपचारक ग्रुप ज्वाइन कर लें.
इसकी फीस के रूप में भगवान शिव को गुरु बनाकर उन्हें रोज राम राम सुनायें.
Manipur chakr ko chota Kese kare ye vidhi jaha bataye guruji
लाइट ब्लू एनर्जी से छोटा कर लें. विधि एनर्जी रिपोच्ट में मिल जाएगी.
Thanks