महाशिव रात्रि पर महारुद्राभिषेक
देवी देवता भी अपनी बिगड़ी बनाने के लिये रुद्राभिषेक का सहारा लेते हैं। एक रुद्राभिषेक सैकड़ों यज्ञों का फल देता है। अगर रुद्राभिषेक कराने वाले आचार्य वेद पाठी हों, और उन्हें पूरी रुद्री कंठस्थ हो। पान मसाला, सिगरेट, शराब, नानवेज, लहसुन, प्याज का सेवन न करते हों। दिन में एक बार ही भोजन ग्रहण करते हों। पूजा पाठ के समय किसी से बात न करते हों। पूजा पाठ के समय मोबाइल पास में न रखते हों। तो उनके द्वारा कराया गया रुद्राभिषेक बड़े ही चमत्कारी फल देने वाला होता है।
आगामी महाशिवरात्रि के उपलक्ष में मृत्युंजय योग की आचार्य टीम ने आज से सहस्त्र रुद्राभिषेक का शुआरम्भ किया। जिसमें एक हजार रुद्राभिषेक किये जाएंगे।
इसी श्रंखला में मृत्युंजय योग के िदल्ली आश्रम में महाशिवरात्रि के दिन बृद्धि-समृद्धि के उद्देश्य से विशेष सामग्री द्वारा रुद्राभिषेक होंगे। जो दिन भर होंगे।
एनर्जी गुरु एवं शिव शिष्य डा. राकेश आचार्या जी रुद्राभिषेक में शामिल होने वाले सभी लोगों की उर्जा देवाधिदेव महादेव की उर्जा से कनेक्ट करके उनके आभामंडल की प्रोग्रमिंग करेंगे। ताकि उन सभी लोगों को हजार रुद्राभिषेक का लाभ मिल जाये।
इसलिये जो लोग रुद्राभिषेक के लिये आश्रम में न आ सकें वे अपना लेटेस्ट फोटो जरूर भेजें।
शास्त्रीय विधान है कि बिना दक्षिणा महा अनुष्ठान फलित नही होते।
इस श्रंखला में रुद्राभिषेक दान के लिये एक व्यक्ति 2100/- और प्रति परिवार 5100/- की दक्षिणा तय हुई है।
जो लोग किसी कारण से दक्षिणा नही दे सकते, वे निराश न हों, उनके लिये दक्षिणा की व्यवस्था गुरु जी अपनी तरफ से करा रहे हैं। गुरुदेव चाहते हैं कि महारुद्राभिषेक का लाभ उठाने से कोई छूट न जाये।
जो लोग महारुद्राभिषेक का हिस्सा बनना चाहते हैं वे तत्काल सम्पर्क करें।
जो लोग दिल्ली आश्रम पहुंचकर महारुद्राभिषेक में शामिल होना चाहते हैं। वे अगले दो दिनों के भीतर इसी नम्बर पर अपना रजिस्ट्रेशन जरूर करा लें।
महारुद्राभिषेक में आपके लिये कुंडली जागरण रुद्राक्ष सिद्ध किया जाएगा। मिलने पर महासाधना में उसका उपयोग करें।
आपका जीवन सुखी हो यही हमारी कामना है।