खाने से पहले दवाइयों को सिद्ध करने की विधि

खाने से पहले दवाइयों को सिद्ध करने की विधि

हमारी ऊर्जाएं जब बिगड़ी होती हैं तो कोई भी दवाई असर नहीं करती है। दवाइयों को ऊर्जित करके खाया जाए तो काफी हद तक यह असर करती हैं। 

दवाइयों को सिद्ध करने की विधि–

दवा खाने से पहले दवा की एक खुराक को हाथ में रखकर उत्तर दिशा की तरफ मुंह कर लेवें। 

नोट:(दवा कोई भी हो। अंग्रेजी, होम्योपैथिक, आयुर्वेदिक या कोई भी जड़ी बूटी हो।)

श्री गणेशाय नमः 

भगवान शिव से बोलें –

हे मेरे गुरुदेव देवाधिदेव महादेव आपको मेरा प्रणाम है। आप मुझे मृत्युंजय स्वरूप में इस औषधि के सेवन की अनुमति प्रदान करिए। इस औषधि को मेरे लिए अम्रत्य तुल्य बना दीजिए। आपका धन्यवाद है। 

अपने आप कहें –

मेरे तन, मन, आभामंडल, ऊर्जा चक्रों, मन मस्तिष्क और मेरे रोम रोम से मैं अपने गुरु भगवान शिव को साक्षी बनाकर मृत्युंजय भगवान को साक्षी बनाकर औषधि का सेवन कर रहा हूं।  आप इसके अमृत्य स्वरूप औषधि रसों और तत्वों को धारण कर लीजिए। अपने अंदर स्थापित कर लीजिए। उससे अपना पुनर्जनन कर लीजिए। स्वस्थ और सुरक्षित हो जाइए। मुझे स्वस्थ और सुरक्षित बनाइए। 

इसके बाद दवा की तरफ देखते हुए बोलिए–

हे दिव्य औषधि आपमें अमृत्य तुल्य उपचारक तत्व उपस्थित हैं। मैं मृत्युंजय भगवान शिव को साक्षी बनाकर आपका सेवन कर रहा हूं। आप मेरे लिए अमृत्य तुल्य हो जाइए और अपने उपचारक तत्वों को मेरे अंदर स्थापित करके सक्रिय कर दीजिए। क्रियाशील बनाकर उन्हें मेरे रोम रोम में पहुंचा दीजिए। उससे मुझे स्वस्थ और सुरक्षित बनाइए।  आप मुझे इस बीमारी (जो बीमारी हो) की पीड़ा से मुक्त कीजिए। 

या बोलिए –

आप मुझे शारीरिक और मानसिक पीड़ा से मुक्त कीजिए। आपका धन्यवाद है। भगवान शिव का धन्यवाद है। 

अपने आपको धन्यवाद दीजिए। 

कुछ दिन बाद आप देखेंगे कि दवा काम करने लग गई है। काम काम करने वाली दवा जल्दी काम करने लगेगी। पुराने ऋषि मुनियों का बताया गया यह एक अचूक विज्ञान है। 

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