
बिना तोड़ फोड़ वास्तु दोष दुष्प्रभाव से मुक्ति के लिये ब्रह्म स्थान पर उर्जा कुंड की स्थापना
- कुंडली के ग्रहों को बदलने की तकनीक
- ज्योतिष संजीवनी का नया बैच 20 जून 21 से
सभी साधकों को राम राम।
कल 13 जून 21 को ज्योतिष संजीवनी विद्या की ऑनलाइन वर्कशॉप में गुरु जी ने साधकों को घर के ब्रह्म स्थान पर उर्जा कुंड की स्थापना सिखाई।
इससे वास्तु दोष के सभी तरह के दुष्प्रभावों से मुक्ति मिलती है। वहां तोड़ फोड़ करके वास्तु में बदलाव की जरूरत नही पड़ती।
वास्तु दोष की पीड़ा से मुक्ति के लिये गुरु जी ने पूरब और उत्तर की तरफ एनर्जी के खिड़की , दरवाजे और उर्जा सुरंग बनाना सिखाया। जिससे घर में पूरब और उत्तर दिशा की सकारात्मक ऊर्जाएं आ सकें।
इससे वास्तु दोष से उत्पन्न पीड़ा मिट्टी है, उन्नति होती है।
पिछली वर्कशॉप में गुरु जी ने साधकों को अपने व दूसरों के मणिपुर चक्र में प्रवेश करके वहां प्रत्यंगिरा शक्तियों की स्थापना करना सिखाया।
इससे सभी तरह की तंत्र पीड़ा और भूत भय मिटता है।
अगली वर्कशॉप में गुरु जी कुंडली के ग्रहों को बदलना सिखाएंगे।
इससे ग्रह दोष की पीड़ा से मुक्ति मिलती है।
20 जून 21 को ज्योतिष संजीवनी विद्या के नए बैच की वर्कशॉप आरम्भ होगी।
जिन लोगों ने इसके लिये रजिस्ट्रेशन कराया है वे वर्कशॉप की सूचना और ऑनलाइन लिंक का इंतजार करें।
जो लोग नए बैच में शामिल होना चाहते हैं वे अपना रजिस्ट्रेशन तुरन्त करा लें।
हेल्पलाइन- 9999945010