
सभी अपनों को राम राम।
नवरात मतलब देवी सिद्धियों का पर्व। उच्च साधक इन दिनों देवी शक्तियों को अपने भीतर स्थापित कर लेते हैं। फिर उनसे अपने ही नही बल्कि दूसरों के भी दुख दूर करने लायक सक्षम बन जाते हैं।
ऋषियों के मुताबिक तीसरे नेत्र में मां दुर्गा की शक्तियों का वास होता है। उन्हें जगा लिया जाए तो साधक अखंड शक्तियों का स्वामी बन जाता हैं।
अबकी नवरात हम तीसरे नेत्र में देवी शक्ति की स्थापना और जागरण की साधना करें। सभी साधक जीवन की दुर्लभ साधना के लिये तैयार हो जाएं।
शिव शरणं।।