मंत्र संजीवनी विद्या: Online Class
संजीवनी शक्तिपात के साथ आभामण्डल को छूने नापने देखने और बड़ा करने की तकनीक सिखाई गई
14 जून 2020, ऑनलाइन।
शिवप्रिया दीदी ने आज साधकों को संजीवनी शक्तिपात की विद्या सिखाई। समस्या समाधान की यह सटीक विद्या युगों से अचूक साबित होती आयी है। देवी-देवताओं और ऋषियों-मुनियों के बाद आध्यात्मिक गुरुओं ने इसके उपयोग से असंख्य लोगों का जीवन संवारा है।
कालांतर में लोग दुख दूर करने वाली इस विद्या को भूल गए। अपनी गहन साधनाओं के दौरान परा-शक्तियों के संपर्क में शिवप्रिया दीदी ने इस विद्या पर अनुसंधान किया। संजीवनी शक्तिपात की बिखरी कड़ियों को खोजा। उनके उपयोग के विधान को पुनर्गठित किया। लोगों के कल्याण हेतु उसे साधकों को सिखाना आरम्भ किया।
सटीक और अचूक होते हुए भी शिवप्रिया दीदी द्वारा बताया गया संजीवनी शक्तिपात का विधान इतना सरल है कि कोई भी व्यक्ति इसे कहीं भी, कभी भी अपना सकता है। यहां तक कि लोग चलते फिरते भी संजीवनी शक्तिपात कर सकते हैं। निश्चित ही एक दिन ऐसा आयेगा जब दुनिया के हर कोने में लोग इसके उपयोग से तन, मन, धन की अपनी समस्याएं दूर करने में सक्षम बनेंगे।
मृत्युंजय योग फाउंडेशन द्वारा आज मन्त्र संजीवनी विद्या की Free Online Class का आयोजन किया गया। जिसमें शिवप्रिया दीदी ने साधकों को संजीवनी शक्तिपात की तकनीक सिखाई। online class में उन्होंने बताया कि मन्त्र संजीवनी विद्या में त्रयक्षरी मृत्युंजय मंत्र की ऊर्जाओं का उपयोग किया जाता। उनसे लोगों के सूक्ष्म शरीर अर्थात आभामंडल, उर्जा चक्रों को उपचारित करके ठीक किया जाता है।
उन्होंने बताया कि तन, मन, धन की जितनी भी समस्याएं होती हैं सबका कारण आभामंडल की बिगड़ी ऊर्जाएं ही होती हैं। ग्रह नक्षत्र, वास्तु, तंत्र, बाधा, पितृ, गुस्सा, तनाव, आलोचना, उपाय और पूजा पाठ में चूक सहित आभामंडल बिगड़ने के अनगिनत कारण होते हैं। सबको एक साथ ठीक कर पाना किसी के लिये सम्भव नही। किंतु बिगड़े आभामंडल को ठीक कर लेना सबके लिये सम्भव है।
आभामण्डल बिगड़ने से बीमारी, असफलता, घाटा, नुकसान, धनाभाव, गुस्सा, चिड़चिड़ाहट, बदनामी, गुमनामी, बेकरी, आलस्य सहित सभी तरह की परेशानियां उत्पन्न होती हैं। रिश्ते टूटते हैं, परिवार बिखर जाते हैं। लोग अपनी क्षमताओं, योग्यताओं का उपयोग नही कर पाते। बार बार काम होते होते रह जाते हैं, या बने काम भी बिगड़ने लगते हैं। लोगों का कर्मयोग, सुखयोग भंग हो जाता है।
आभामंडल की ऊर्जाएं ठीक होते ही परेशानियां जीवन से दूर चली जाती हैं।
अपने और दूसरे के बिगड़े आभामंडल को ठीक करने के लिये शिवप्रिया दीदी ने साधकों को संजीवनी शक्तिपात सिखाया। जिससे कुछ ही मिनटों में आभामंडल के उपचार की प्रक्रिया सम्पन्न हो जाती है। शिवप्रिया दीदी ने संजीवनी शक्तिपात से आभामण्डल को बड़ा और छोटा करने की दुर्लभ तकनीक भी सिखाई। उन्होंने लोगों को आभामण्डल को छूना, नापना और देखना भी सिखाया।
आगे वे अधिक गंभीर समस्याओं और बीमारियों के लिये साधकों को मंत्र संजीवनी सिंचन और संजीवनी सर्जरी की तकनीक सिखाएंगी।
आज की Free Online Class में शामिल साधकों में भारी उत्साह रहा। संजीवनी शक्तिपात सीखकर साधकों ने कहा कि उन्हें दैवीय शक्तियों के उपयोग का तरीका मिल गया। वे इससे अपना और दूसरों का जीवन बदलेंगे।
कुछ साधकों ने संजीवनी शक्तिपात सीखने के बाद कहा कि उन्हें ऐसा प्रतीत हो रहा है जैसे उन्होंने चमत्कार रचने वाली विद्या पा ली है।