सभी अपनों को राम राम
सूक्ष्म हिमालय साधना के लिये चयनित किये जाने पर शुभकामनायें। यह तुम्हारे जीवन का अत्यधिक महत्वपूर्ण अवसर है।
पहले से save न हो तो यह नम्बर (9250500800) save कर लो। भविष्य में साधना से सम्बंधित सभी निर्देश इसी नम्बर से मिलेंगे। ध्यान रखें घर से सूक्ष्म हिमालय साधना के तहत तुमको सूक्ष्म शरीर की यात्रा के विधान से गुजारा जाएगा। दूसरे आयामों तक पहुंचने के लिये समय यात्रा तक भी ले जाया जा सकता है। यह प्रक्रिया अत्यंत गोपनीय और संरक्षा योग्य है। इसे किसी सक्षम देख रेख के बिना कभी नही किया जाना चाहिये। अतः इस साधना के सम्बंध में इस नम्बर से मिलने वाले निर्देशों को किसी अन्य के साथ शेयर न करें।
सुक्ष्म हिमालय साधना के तहत साधकों के प्रारब्ध की सफाई की जाएगी। क्योंकि तमाम साधकों के प्रारब्ध सिद्धियों के आड़े आते हैं। पितरों की संतुष्टि का अनुष्ठान होगा। क्योंकि सिद्धि में कई बार पितरों की बिगड़ी एनर्जी विघ्न जालती है। पंचतत्वों की उर्जाओं को संतुलित करके जाग्रत किया जाएगा। क्योंकि इसकी गड़बड़ी से सिद्धियों की राह भटकती है। आभामंडल और उर्जा चक्रों को उपचारित और जाग्रत किया ही जाएगा। इसके बिना सिद्धि सम्भव नही। कुंडलिनी शक्ति को सक्रियता प्रदान की जाएगी। इसके बिना सिद्धियों का उपयोग सम्भव नही। कर्म और सौभाग्य की उर्जाओं के बीच संतुलन स्थापित किया जाएगा। इससे जन्मों से अटकी सिद्धियों की राह खुल जाती है, साथ ही भौतिक जीवन में सिद्धियों का लाभ मिल जाता है।
इसके लिये अपना फोटो अपने नाम के साथ इस नम्बर पर यथा शीघ्र भेजें। उपरोक्त अनुष्ठानों के लिये भगवान शिव के समक्ष अपना संकल्प लें। संकल्प लेने के बाद ही अपना फोटो क्लिक करें और भेजें।
संकल्प का विधान….
पवित्र मन से भगवान शिव के समक्ष बैठें। दायें हाथ में पानी लें। भगवान शिव से कहें हे देवाधिदेव महादेव मेरे गुरूदेव मेरा नमन स्वीकारें। एनर्जी गुरूजी की प्रेरणा से मै आपको साक्षी बनाकर सूक्ष्म शरीर से हिमालय साधना सम्पन्न करने जा रहा हूं। इसकी सफलता हेतु मुझे अनुमति और आशीर्वाद प्रदान करें। आपको साक्षी बनाकर मै साधना के परिप्रेक्ष में होने वाले सभी अनुष्ठान सम्पन्न कराने का संकल्प लेता हूं। इस संकल्प के साथ मै सूक्ष्म साधना की सिद्धि तक पहुंच सकूं इस हेतु मुझे दैवीय सहायता और सुरक्षा प्रदान करें। आपका धन्यवाद।
संकल्प के बाद हाथ में लिया पानी फर्श पर गिरा दें। धरती मां को प्रणाम करते हुए मत्था टेकें। उनसे कहें हे धरती मां सूक्ष्म साधना की सफलता हेतु मेरी उर्जाओं को अपनी उर्जाों के साथ जोड़ लें। मेरी माध्यम बनें। आपका धन्यवाद।
बताते चलें कि सूक्ष्म साधनाओं में धरती मां की उर्जां की बहुत जरूरत होती है। धरती की उर्जाओं की गति हवा/आसमान की एनर्जी के मुकाबले 3 गुना अधिक प्रभावशाली होती है।
संकल्प के बाद इस नम्बर पर फोटो भेजकर अगले निर्देश का इंतजार करें।
शिव शरणं।।