बाहर मौत का राक्षस घूम रहा है

Moth ka rakshash corona

बाहर मौत का राक्षस घूम रहा है
घर से न निकलें

सभी अपनों को राम राम।
इन दिनों किसी से एक पल की मुलाकात भी मौत का कारण बन सकती है। परिवार की तबाही का कारण बन सकती है।
आज ये बात हम आपको डराने के लिये ही कर रहे हैं। डरे, घबराएं नही, अपितु सावधानी बरतें। बाहर मौत का अदृश्य राक्षस घूम रहा है। घरों से न निकलें।
1. जिनका कांफिडेंस लो रहता है
2. जो दुविधा में रहते हैं
3. जो तनाव में रहते हैं
4. जो गुस्सा अधिक करते हैं
5. जो बार बार बीमार हो जाते हैं
ऐसे लोग अधिक सतर्कता बरतें। उनकी ऊर्जाएं बिगड़ी हैं। जिनकी ऊर्जाएं बिगड़ी होती हैं, उनका प्रतिरक्षा तंत्र कमजोर होता है। जिनका प्रतिरक्षा तंत्र इम्यून सिस्टम कमजोर होता है, वही मौत के राक्षस कोरोना के आसान शिकार हैं।
सामान्य रूप से ऊर्जाएं कब कमजोर हो गईं, इसका पता नही चल पाता। इसलिये घरों से बिल्कुल न निकलें। किसी से एक पल की मुलाकात भी मौत का कारण बन सकती है। परिवार तबाह कर सकती है। अपनी चिंता करें, अपनों की फिक्र करें।
स्वास्थ कारणों से जारी प्रसाशनिक सावधानियों का पालन करते हुए अपनी ऊर्जाओं को जरूर मजबूत करते रहें।
मजबूत ऊर्जाओं वाले लोग खुद के साथ दूसरों को भी सुरक्षित रखने में सक्षम होते हैं।
इसके लिये हमने हजारों लोगों की एनर्जी रिपोर्ट दे रखी है। उसमें दी तकनीक से ब्रह्मांडीय उर्जा स्नान नियमित करें। उस तकनीक से अपने मूलाधार, अनाहत, विशुद्धि और आज्ञा चक्र को ठीक करते रहें। अपने आभामंडल और ऊर्जा चक्रों के सुरक्षा कवच बनाएं। विश्व की रक्षा के लिये ब्रह्मांड में संजीवनी शक्ति का प्रक्षेपण करें।
इतना कर ले गए तो कोई राक्षस कुछ न बिगाड़ पायेगा। साथ ही आने वाली आर्थिक मंदी की प्रतिकूलता से भी बच जाएंगे।
जिनके पास एनर्जी रिपोर्ट नही है वे ऊर्जाओं को मजबूत करने के लिये शक्तिपात के अन्य साधनों का उपयोग करें। औरिक अनुष्ठान, संजीवनी उपचार, रुद्राभिषेक आदि शक्तिपात ग्रहण करने के प्रभावी साधन हैं।
प्रतिरक्षा तंत्र को मजबूत करने के लिये संजीवनी उपचार अत्यंत प्रभावशाली होता है।
पूर्व में बताई बताई विधि अनुसार *कोरोना संजीवनी उपचार घर में ही करते रहें। उसके लिये कहीं जाने की जरूरत नही। जिन्हें यह करना नही आता वे
मृत्युंजय योग की कोरोना संजीवनी हेल्पलाइन पर सम्पर्क कर सकते हैं।*
वैसे नवरात में ब्रह्मांड से सकारात्मक ऊर्जाओं का शक्तिपात अनवरत होता रहता है। उसे ग्रहण करने के लिये ध्यान साधना नियमित करें।
अपना ध्यान रखते हुए अपने आसपास जरूरतमंदों का सहयोग जरूर करें। देश आपातकाल से गुजर रहा है। कम से कम 3 दिन की अपनी इनकम प्रधानमंत्री राहत कोष में दान करें। इसकी बड़ी जरूरत है।
कोरोना संजीवनी हेल्पलाइन- 9999945010
शिव शरणं!

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