कोरोना प्रोटेक्शन: जनता कर्फ्यू
साधक उस दिन शिव तांडव भी बजाएं
सभी साधकों को शिवप्रिया का राम राम
कोरोना के वैश्विक खतरे से बचने के लिये PM मोदी जी ने जनता से जो अपील की है, उसके पीछे गहरा विज्ञान भी है। हम सबको उसे मानना ही चाहिये। PM द्वारा 22 मार्च के दिन जनता कर्फ्यू का समय 13 घण्टे का घोषित किया गया है। चिकित्सा विज्ञानियों के मुताबिक कोरोना वायरस की उम्र 12 घण्टे होती है। यदि लोग 13 घण्टे एक दूसरे से नही मिलेंगे तो निश्चित ही कोरोना विषाणु जहां हैं वहीं खत्म हो जाएंगे। उनके फैलने का खतरा मिनिमाइज हो जाएगा।
इसलिये मृत्युंजय योग के सभी साधक जनता कर्फ्यू के दौरान घर से न निकलें। साथ ही अपने रिश्तेदारों और मित्रों को भी इसके लिये जागरूक करें।
Pm मोदी जी ने जनता कर्फ्यू की शाम 5 बजे से अपने दरवाजे, खिड़की, बालकनी आदि पर जाकर 5 मिनट तक ताली, घण्टी, थाली आदि बजाकर उन लोगों के प्रति धन्यवाद व्यक्त करने को कहा है। जो हमारी सेवा सुविधा के लिये आपात स्थितियों में भी बाहर निकलकर काम करते रहते हैं।
उनकी इस घोषणा के पीछे बड़ा विज्ञान है। ताली, घन्टी आदि बजाने से जो साउंड निकलती है उसकी तरंगे नकारात्मक तरंगों को खत्म करके वातावरण को शुद्ध करने में सक्षम होती हैं। सामूहिक रूप से बजाई गयी लयबद्ध ताली, घण्टी आदि न सिर्फ घरों की ऊर्जाएं शुद्ध करेंगी अपितु इससे वातावरण की नकारात्मकता भी हटेगी।
ऊर्जाओं की यह स्वच्छता वातावरण में सकारात्मकता बढ़ाएगी। सकारात्मक ऊर्जाएं लोगों के इम्यून सिस्टम को मजबूत करती हैं। जिनका इम्यून सिस्टम मजबूत होता है, कोरोना वायरस उसे नुकसान नही पहुंचा सकता।
सामूहिक ताली घण्टी बजने से घरों में रह रहे लोगों के साथ ही बाहर आपात सेवाएं दे रहे लोगों को भी वातावरण की सकारात्मकता का लाभ मिलेगा।
मृत्युंजय योग के सभी साधक मोदी जी की इस अपील को जरूर निभाएं। साथ ही अपने संबंधियों, मित्रों को भी इसके लिये प्रेरित करें।
सभी साधक 5 बजे से अपने घरों में शिव तांडव स्तोत्र भी बजाएं। शिव तांडव स्तोत्र की तरंगें समस्त प्रकार की दानवीय (नकारात्मक) ऊर्जाओं का नाश करने में सक्षम होती हैं। साथ ही वे तरंगे सकारात्मकता तेजी से बढ़ाती हैं। उनसे प्रायः मूलाधर चक्र सक्रिय होता है। सक्रिय मूलाधर चक्र जीवन शक्ति को बढ़ा देता।
सबका जीवन सुरक्षित हो
यही हमारी कामना है.
शिव शरणं!