करोना के खात्मे के लिये अबकी होली में गोबर के ओपले जलायें.
समृद्धि के लिये होलिका पूजन में गोमती चक्र का उपयोग करें
सभी अपनों को राम राम
होली की सभी साधकों को अग्रिम शुभकामनायें.
इस बार होलिका दहन में दुनिया में भय का कारण बने करोना वायरस के खतरे को भी खत्म करें. इसके लिये कुछ बातें जरूर अपनायें.
1. होलिका में गोबर से बने ओपले अधिक से अधिक मात्रा में डालें. गोबर खासतौर से गाय के गोबर से करोना का खात्मा सम्भव है. गोबर जलने से जो गैसें पैदा होंगी वे वातावरण से करोना के घातक विषाणुओं को खत्म करेंगी. देश भर में जलने जा रही होली के परिणाम बड़े ही असरदार होंगे. वैज्ञानिक पाएंगे कि हमारे देश में करोना का फैलाव न्यूनतम हो गया. करोना के खतरे से बचने के लिये सभी लोग अपने घरों में गाय के गोबर से बने ओपले रखें. सम्भव हो तो बीच बीच में गाय के गोबर वाले ओपले जलाकर थोड़ा धुआ करते रहें. या गाय के गोबर से निर्मित धूप जलायें.
इससे दरिद्रता की नकारात्मक उर्जायें भी खत्म होती हैं.
2. करोना के डर से हाथ मिलाने या गले मिलने से परहेज बिल्कुल न करें. बस पानी वाले रंगों का उपयोग न करें.
3. प्राकृतिक रूप से बने अमीर गुलाल भी करोना विषाणुओं को खतम करने में सहायक सिद्ध हो सकते हैं. इसलिये अपनी खुशियों के इजहार में बिना केमिकल वाले अमीर गुलाल का खूब उपयोग करें.
4. जो संजीवनी उपचारक हैं वे तन मन धन के सुखों के लिये अपना और अपनों का संजीवनी उपचार नियमित करते रहें. यदि कोई करोना पीड़ित जानकारी में आये तो उसके आभामंडल की सफाई करके मूलाधार, नाभि चक्र, अनाहत, विशुद्धि, आज्ञा चक्र, हाथों-पैरों के चक्र, प्लीहा चक्रों को उपचारित करें. निश्चित रूप से लाभ होगा.
5. सभी लोग अपने घर परिवार को आर्थिक संकट से बचाने के लिये होलिका पूजन में 2 गोमती चक्रों का उपयोग करें. इसके लिये कल ही गोमती चक्र घर पर लाकर रखें. पूजा पाठ की दुकान पर ये मिल जाते हैं. भगवान शिव को साक्षी बनाकर गोमती चक्रों को हाथ में लेकर कहें दिव्य गोमती चक्र आप मेरे घर की और मुझ सहित सभी परिवारजनों की नकारात्मकता को समाप्त करने में हमारी सहायता करें. गोमती चक्रों में घर की नकारात्मक उर्जाओं को अवसोशित कर लेने की प्राकृतिक क्षमता होती है.
होलिका दहन के समय उन्हें लेकर जायें. गन्ना, बालियां, गोबर के ओपले आदि पारम्परिक चीजें भी ले जाना चाहें तो साथ ले जायें. ऊं. ह्रीं ह्रीं नमः मंत्र का जप करते हुए जलती होलिका की 3 परिक्रमा करें. हर परिक्रमा में एक एक गोमती चक्र आग में डालते जायें.
यदि आपकी परम्मपरा में होलिका पूजन का कोई अन्य विधान हो तो उसे भी पूरा कर लें.
गोमती चक्र का यह प्रयोग समृद्धि की राह खोलता है. नुकसान रोकता है. घर परिवार में खुशहाली स्थापित करते हैं. सदियों से लोगों ने इसका लाभ उठाया है. आप भी उठायें.
6. होली पर कुछ लोग शत्रु भाव से मारण प्रयोग करते हैं. जिसके परिणाम बहुत ही घातक हो सकते हैं. यदि किसी को किसी पर शक हो तो आगे दिया उपाय कर लें. नरसिंह भगवान से रक्षा का आग्रह करके यह प्रयोग सम्पन्न करें. कांच की बोतल में लगभग 200 ग्राम सरसों का तेल लें. उसमें 6 लौंग डाल दें. अनंतमूल की लकड़ी का एक टुकड़ा डाले. यह किसी भी पंसारी के पास आसानी से मिल जाएगा. 2 गोमती चक्र डाल लें. तांबे का एक छोटा सिक्का डालें. अपनी तर्जनी उंगली के नाखूल काटकर डालें. बोतल के ढक्कन को ठीक से बंद कर दें. यह सब कल ही कर लें. बोतल को घर में कहीं रख दें. ये सारी वस्तुवें तंत्र की नकारात्मक उर्जाओं को खत्म करने में कारगर होती हैं.
होलिका दहन से वापस लौटते समय थोड़ी सी आग साथ लायें. किसी बर्तन में आग को रख दें. उसके पास बोतल रख दें. अगले दिन निश्चिंतता के साथ प्रेमपूर्वक अमीर गुलाल से होली खेलें. उसके अगले दिन बोतल को कहीं पानी में प्रवाहित कर दें. जहां बहता पानी न उपलब्ध हो वहां के लोग बोतल गहरे गड्ढे में दबा दें. दुश्मनों का वार उन पर ही लौट जाएगा. सुरक्षा के लिये नरसिंह भगवान को धन्यवाद देना न भूलें.
Happy Holi