*दीपावली पर तांत्रिक हमले*- छाया दीपदान तुरन्त करें
*दीवाली में तांत्रिक हमले हुए*
*बचने के लिए छाया दीपदान करें*
सभी अपनों को राम राम
इस दीवाली कुछ के हिस्से मां लक्ष्मी आईं तो कुछ लोग तंत्र के भी शिकार हुए हैं। यह बड़े चिंता की बात है। प्रभावित लोगों को समय रहते इससे निपटना होगा।
समस्या समाधान शक्तिपात के लिए 600 से अधिक लोगों ने अपने फोटो भेजे हैं। कल रात तक हमने उनकी एनर्जी चेक की। चौकाने वाली बात सामने आई। 200 से अधिक लोग तंत्र के दुष्प्रभाव में मिले। उनके आभामंडल में दरारें मिलीं। जिनसे पता चलता है कि उनके खिलाफ बलपूर्वक नकारात्मक ऊर्जाएं भेजी गईं। जो आभामंडल की ऊपरी सतह को तोड़ती हुई अंदर दाखिल हुईं।
ऐसा तब होता है जब तंत्र की क्रिया द्वारा नकारात्मक ऊर्जाएं भेजी जाती हैं। एनर्जी की भाषा में इन्हें नकारात्मक भावनाओं के घुसपैठिये बोलते हैं। ये घुसपैठिये आभामंडल में दरारें पैदा करके उनके द्वारा अंदर घुसते हैं। भीतर जाकर उर्जा चक्रों में मिलावट पैदा करके सारी एनर्जी बिगड़ देते हैं। नतीजन तन,मन,धन की समस्याएं सामने आती हैं। अकारण चिड़चिड़ापन, बेचैनी, गुस्सा, तनाव परिलक्षित होता है। जो कालांतर में धनाभाव, असफलता, संबंध बिच्छेद, बीमारी, अपमान, विवाद उत्पन्न करते हैं।
एनर्जी चेक करने के दौरान आभामंडलों में मिली दरारों में से अधिकांश में चिपचिपापन मिला। जिसका मतलब है वे हाल ही में उत्पन्न हुईं। यानी दीपावली पर लोगों पर अदृश्य हमले हुए।
बड़े दुख की बात है कि खुशियों के पवित्र त्योहार पर लोग बदले की भावना में तंत्र का दूषित प्रयोग इतना अधिक करने लगे हैं। जिसका शिकार होकर कई जिंदगियां तबाह हो जाती हैं। यह बड़ी चिंता का विषय है।
जिनको लगे कि उनके विरुद्ध नकारात्मक भावनाओं के घुसपैठियों का हमला हुआ है वे तत्काल निवारण करें।
इसके लिये मै छाया दीपदान का उपयोग बता रहा हूँ। ठीक से समझें और अपनाएं।
*छाया दीपदान* का विधान…
*भगवान शिव से प्रयोग सफलता का आग्रह करें।* कहें- देवों के देव महादेव आपको मेरा प्रणाम है, मेरे गुरुदेव आपको साक्षी बनाकर बाधा निवारण हेतु मै छाया दीपदान सम्पन्न कर रहा हूँ। इसकी सफलता हेतु महाकाल स्वरूप में आप मुझे दैवीय सहायता और सुरक्षा प्रदान करें।
आपका धन्यवाद।
मिट्टी के एक पात्र में सरसों के तेल का दीपक बनाएं।
*दीपक से आग्रह करें।* कहें हे दिव्य दीप आप मेरी भावनाओं के साथ जुड़ जाएं। भगवान शिव को साक्षी बनाकर मै छाया दीपदान प्रयोग कर रहा हूँ। आप मेरे आभामंडल और ऊर्जा चक्रों में मौजूद नकारात्मक भावनाओं के घुसपैठिये सहित सभी तरह की नकारात्मक ऊर्जाओं को अपने भीतर शोषित करके उन्हें जलाकर भस्म कर दें। मुझे बाधा मुक्त करें।
आपका धन्यवाद।
फिर दीपक में 5 मिनट तक अपना चेहरा देखें।
उसके बाद दीपक लेकर पीपल के किसी पुराने पेड़ के नीचे जाएं। वहां दीपक जला दें। वापस घर लौट जाएं। दीपक के साथ वहां छूटी नकारात्मक ऊर्जाएं रिकनेक्ट न होने पाएं इसलिये वापस लौटते समय पीछे मुड़कर न देखें और रास्ते में किसी से बात न करें।
प्रयोग के दौरान आगे दिए मन्त्र का लगातार मानसिक जप करते रहें।
*मन्त्र…*
ॐ नमो भगवते रुद्राय महाकाल द्रष्टाय।
भगवान महाकाल की कृपा से राहत मिल जाएगी।
जिन्हें लगे ऊपरी बाधा जारी है, वे उक्त प्रयोग करने के बाद दोबारा अपना लेटेस्ट फोटो भेजें।
*सबका जीवन सुखी हो*
*यही हमारी कामना है।*
शिव शरणं।