सभी अपनों को राम राम
जन्माष्टमी ऐसा अवसर है जब युग के परमावतार का जन्म हुआ। ऊर्जाओं के लिहाज से कृष्ण जन्माष्टमी की रात बहुत खास होती है।
उत्सव और उत्साह के साथ उस रात को बिताया जाए तो जीवन भर की सकारात्मकता प्राप्त की जा सकती है।
इसी तरह उस रात की सृजनात्मक ऊर्जाओं को एकत्र करके घर में स्थापित कर लिया जाए, तो जीवन का कायाकल्प हो जाता है। समृद्धि, सुख स्थापित हो जाते हैं।
विद्वान उस रात की ऊर्जाओं को घर में स्थापित करने के लिये अलग अलग विधान अपनाते हैं। घर में श्री कृष्ण जन्म की झांकी सजाना इसी तरह का एक विधान है। उसे ठीक से निभाया जाए तो पूरे परिवार को बड़े परिणाम मिलते हैं।
समृद्धि पोटली के रूप में उस रात की सकारात्मकता को सहेजकर घर में स्थापित करना बड़ा ही कारगर विधान है।
जन्माष्टमी पर समृद्धि पोटली तैयार करके सिद्ध करने का विधान मै पहले बता चुका हूं। अगर खुद न कर सकें तो किसी सक्षम विद्वान से करा लें।
जिन लोगों ने पिछले बरस जन्माष्टमी पर समृद्धि पोटली सिद्ध करके रखी थी, वे उसे 23 अगस्त को जल प्रवाह कर दें। 24 को जन्माष्टमी पर नई पोटली सिद्ध करें।
यदि किसी अन्य विद्वान से सिद्ध करा रहे हैं तो उनसे कहें 12 दिन के भीतर सिद्ध पोटली को आपकी ऊर्जाओं से कनेक्ट कर दें। सिद्ध पोटली का लाभ घर के सभी लोगों को मिले इसलिये सिद्ध करने वाले विद्वान को घर के सभी लोगों के नाम दें।
28 दिन के भीतर आप पोटली को घर में स्थापित कर लें।
समृद्धि पोटली से मैने बहुतों की किस्मत बदलते देखा है।
शिव शरणं