मृत संजीवनी मुद्रा साधना मुम्बई में
सभी साधकों को राम राम
मृत संजीवनी शब्द से सभी परिचित हैं। इस विद्या के द्वारा शुक्राचार्य जी मरे हुए लोगों को भी जिंदा कर देते थे।
भगवान शिव द्वारा रचित मृत संजीवनी विद्या अचूक रही है। शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिये करोड़ों साल से इसका लाभ उठाया जा रहा है। इस विद्या को समय समय पर उपयोगिता के हिसाब से विभिन्न स्वरूपों में प्रस्तुत किया गया।
मृत संजीवनी विद्या के कई आयाम, कई अंग हैं। सभी पूर्ण प्रभावकारी हैं।
उनमें एक है मृत संजीवनी मुद्रा।
यह मुद्रा बड़ी कारगर है। इसके प्रयोग से शरीर और आभामंडल को संजीवनी शक्ति से भर जाते हैं। रक्त और ऊर्जाओं का संचार प्रबल हो जाता है।
इसमें मरते हुए को जीवन देने की क्षमता है।
संजीवनी मन्त्र के साथ इसकी साधना आदि काल से जीवन को चिंताओं और बीमारियों से मुक्त रखने वाली सिद्ध हुई है।
साइकोलॉजिस्ट एवं सिद्ध साधिका शिवप्रिया दीदी मृत संजीवनी मुद्रा साधना पर काफी समय से अनुसंधान कर रही थीं। उन्होंने लोगों पर इसका बहुत ही उपयोगी प्रभाव पाया।
अपने अनुसंधान और अनुभवों के आधार पर वे मुम्बई आश्रम में मृत संजीवनी साधना सम्पन्न करा रही हैं।
जो साधक इस साधना का लाभ उठाना चाहते हैं वे हमारी योग साधना हेल्पलाइन पर वट्सअप के द्वारा संपर्क करें।
साधना का नाम- मृत संजीवनी मुद्रा साधना
साधना का स्थल- मुम्बई आश्रम
साधना का मुहूर्त- 14 जुलाई 2019
साधना का समय- 12 बजे दोपहर
साधना की सामग्री- कोई नही
साधना की दक्षिणा- 5100
साधना हेल्पलाइन- 9250500800 (वट्सअप)
रजिस्ट्रेशन कॉल – 7666261111 (पूजा)
सबका जीवन सुखी हो
यही हमारी कामना है