अंक संजीवनी संजीवनी विद्या का एक अंश है। अंक संजीवनी में व्यक्ति की अवचेतन शक्ति का उपयोग किया जाता है। विश्वास के साथ अपनाया गया अंक संजीवनी सिद्धांत बड़े ही चमत्कृत करने वाले परिणाम देता है। इसमें विशेष प्रक्रिया द्वारा चयनित अंकों को अपने साथ रखते हैं। उन अंकों की ऊर्जा लोगों के आभामण्डल और ऊर्जा चक्रों को उपचारित करती है। जिससे रुकावटें हटती हैं, सफलताएं सरल हो जाती हैं। तन के , मन के, धन के रास्ते खुलते है।
आज्ञा चक्र की शक्तियों को अवचेतन शक्ति पर केंद्रित करना सबके वश की बात नही। इसलिये विद्वान अंक संजीवनी रुद्राक्ष का उपयोग करते हैं।
ये 9 मुखी रुद्राक्ष होता है। इसे 9 रुद्राभिषेक, 9 यज्ञ, 9 ग्रहों के अनुष्ठान से जाग्रत किया जाता है। उसके बाद टेलीपैथी के द्वारा उपयोग कर्ता के आज्ञा चक्र के साथ जोड़ दिया जाता है।
इस तरह से जाग्रत व सिद्ध अंक संजीवनी रुद्राक्ष आज्ञा चक्र और अवचेतन शक्ति का उपयोग करके उपचारक अंक बता देता है। अंक संजीवनी रुद्राक्ष के द्वारा अपने साथ ही दूसरों के भी उपचारक अंकों को आसानी से जाना जा सकता है।
अंक संजीवनी रूद्राक्ष के द्वारा अपने और दूसरों के उपचारक अंकों (लकी नंबर) को प्राप्त करके अपना उपचार करें और भविष्य बदले.
सिद्ध रुद्राक्ष की अधिक जानकारी लेने या उन्हें प्राप्त करने के लिये आप हमारे संस्थान की हेल्पलाइन पर सम्पर्क कर सकते हैं. हेल्पलाइन नं. – 9250500800