किसी का पास्ट जानने के लिये
रुद्राक्ष से कहें आप ब्रह्मांड में संजीवनी शक्ति के अनंत स्रोत के साथ जुड़े हैं। मुझे हर क्षण संजीवनी प्रदान करें। मै अमुक (जिसके लिये कर रहे हैं उसका नाम) की थर्ड आई को मेरे आज्ञा चक्र से जोड़ दें। और आप इथरिक टाइम मशीन का निर्माण करके मुझे इनके पास्ट में बीती घटना/रोग/ तकलीफ की (जिसके बारे में आाप जानना चाहते हैं) जानकारी दें। उसके बाद शांत मन से रुद्राक्ष के मानसिक जवाब का इंतजार करें। सटीक नतीजों के लिये जवाब को बिना प्रतिरोध स्वीकारें।
पास्ट के उपचार के लिये
पास्ट की घटना/ रोग/तकलीफ, साल, दिन, तारीख, समय और उसके कारण जान लेने के बाद, उसका संजीवनी उपचार उसी समय में जाकर करें। ताजी चोट, शुरुआती रोग और मन की बेचैनी को शुरुअत में ही ठीक किया जाये तो नतीजे तुरंत व प्रभावशली मिलते हैं।
इसके लिये महा संजीवनी रुद्राक्ष से कहें आप इथरिक टाइम मशीन का निर्माण करके इनके (जिसे उपचारित करना है उसका नाम लेकर) उस समय के आभामंडल को संजीवनी स्ट्रेचर पर बुला दें। फिर उसका संजीवनी उपचार शुरु करें। बहुत उत्साहजनक परिणाम मिलेंगे।
कामना पूरी करने के लिये
महा संजीवनी रुद्राक्ष कामना पूर्ति में भी बहुत कारगर साबित होता है। दरअसल हर कामना को पूरा होने के लिये, उसमें निर्धारित मात्रा में उर्जा का प्रवाह होना चाहिये। जिसे हम देवी देवताओं से प्रार्थना करके प्राप्त करते हैं। यदि कामना को सीधे ही पूरी होने लायक उर्जा मिल जाये तो वे तुरंत पूरी हो जाती है। इसी कारण जो लोग अपनी अवचेतन शक्ति का उपयोग करते हैं। उनकी कामनायें पूरी होती ही रहती हैं। क्योिक अवचेतन शक्ति उनकी कामनाओं को अपनी उर्जा दे देती है। नकारात्मक महौल के कारण अवचेतन शक्ति से काम ले पाना काफी कठिन हो जाता है। ऐसे में महा संजीवनी रुद्राक्ष की उर्जायें देकर उन्हें पूरा कराना आसान है। इसके लिये ध्यान रखें कि महा संजीवनी रुद्राक्ष को एक समय में एक ही कामना की जिम्मेदारी दी जाये। उसके पूरा होने के लिये तसल्ली से इंतजार किया जाये। कामना करते समय जल्दबाजी या अधिक मानसिक बल का प्रयोग बिल्कुल न करें।
उपयोग के लिये रुद्राक्ष को हाथ में लेकर कहें * आप संजीवनी के अनंत स्रोत से जुड़ा हैं। मेरी अमुक (जो कामना है उसे स्पष्ट व कम शब्दों में बोलकर ) रुद्राक्ष से कहें * इसके पूरी होने तक इसे दैवीय उर्जा प्रदान करें।*
सिद्ध रुद्राक्ष की अधिक जानकारी लेने या उन्हें प्राप्त करने के लिये आप हमारे संस्थान की हेल्पलाइन पर सम्पर्क कर सकते हैं. हेल्पलाइन नं. – 9250500800