अप्सरा साधना में जिनकी अनुभूतियां कम रहीं वे निराश बिल्कुल न हों
राम राम जी।
इस बारे में गुरुजी ने एक संदेश दिया है, आपके साथ शेयर कर रहा हूँ।
किसी भी साधना पर वातावरण का गहरा असर पड़ता है। हो सकता है कोई साधक बहुत अच्छे स्तर का हो और वह साधना कर भी पूरे मनोयोग से रहा हो, फिर भी उसे दूसरों की अपेक्षा धीमी सफलता मिल रही हो।
इसके कुछ खास कारण नीचे देखें।
1 जहां साधना की जा रही है उस जगह की ऊर्जाएं कम सपोट कर पा रही हों।
2 वहां का वातावरण कलह पूर्ण हो।
3 साधक साधना के दिनों में किसी तनाव से गुजर रहा हो।
4 किसी ग्रह की प्रतिकूलता के कारण पंचतत्वों की ऊर्जा विचलित हो रही हो।
5 साधक गुस्से या आलोचनाओं से गुजर रहा हो।
6 साधक के प्रारब्ध व्यवधान उत्पन्न कर रहे हों।
7 साधक पर बाहरी ऊर्जा का प्रभाव हो।
जो भी हो आप विचलित न हों। ध्यान लक्ष्य पर बनाये रखें।
जिन्हें उपरोक्त में से किसी कारण का अंदेशा हो वे बीच बीच में अपना फ़ोटो भेजते रहें।
इस तरह की ऊर्जाओं को चेक करने के लिये ही गुरुजी साधना का नया चरण शरू होने के पहले और बाद में फोटो मंगवाते हैं।
इस चरण के पूर्ण होने के बाद जल्दी ही अगले चरण की जानकारी दी जाएगी।
अप्सरा साधक पूर्व के साधना निर्देशों को अपनाते रहें, उचित समय पर अगले मुहूर्त की जानकारी दी जाएगी।
अप्सरा साधक पूर्व के साधना निर्देशों को अपनाते रहें, उचित समय पर अगले मुहूर्त की जानकारी दी जाएगी।