देवी मां को औरिक विधान से घर बुलायें
जिनकी शक्ति पोटली नही पहुंची वे भी पूजा आरम्भ करें
सभी अपनों को राम राम
कल 6 अप्रैल से देवी मां को घर बुलाने के दिन शुरू हो रहे हैं. देवी साधक औरिक विधान का उपयोग करके देवी मां के प्रथम स्वरूप को अपने घर आमंत्रित करें. यह विधान बड़ा ही असरकारी होता है. मुझे विश्वास है इसका उपयोग करके साधक देवी मां को घर बुला ही लेंगे.
जिन साधकों के पास किसी कारण से आज तक शक्ति पोटली नही पहुंची है वे भी निराश न हों. साधकों के आग्रह पर उनकी शक्ति पोटली को सिद्ध करके देवी मां की उर्जाओं से सम्बद्ध किया गया है. जब पोटली प्राप्त हो तब उसे पूजा स्थल में स्थापित कर लें.
शक्ति साधना का विधान जो पूर्व में दिया गया उसे ही अपनाना है.
देवी आमंत्रण का औरिक विधान…
देवी पूजा आरम्भ करने से पूर्व उस दिन के उनके स्वरूप में आमंत्रित करें. उदाहरण के लिये प्रथम दिन देवी के शैल पुत्री स्वरूप की पूजा साधना की जाती है. उस दिन उन्हें निम्न संकल्प के साथ आमंत्रित करें.
हे जगत जननी मां भगवती आपको मेरा प्रणाम है. आप शैल पुत्री सहित अपने सभी स्वरूपों में मेरे मन मंदिर में आकर विराजमान हों जायें. मेरी साधना आराधना को स्वीकार करें साकार करें. मेरे घर परिवार में सदा सर्वदा स्थापित रहें. मुझे और मेरे परिवारजनों को दिव्य कृपा में बनाये रखें.
उसके बाद देवी पूजा का विधान आरम्भ करें. जो पूर्व में दिया गया था.
जय माता दी