लक्ष्मी पूजा हेतु स्वाधिष्ठान व अनाहत चक्र को सक्रिय रखें
सभी अपनों को राम राम
घरेलू पूजा करोड़ों लोग करते हैं. मगर उसका परिणाम हजारों को ही मिल पाता है. बाकी की घरेलू पूजा विफल जाती है. घरेलू पूजा की विफलता का मुख्य कारण है लोगों की उर्जा में विखराव. ये विखराव प्रायः गुस्से और आलोचनाओं के कारण होता है.
सभी तरह की पूजा पाठ में सदाचरण और नियम संयम ठीक रखने की सलाह दी जाती है. ताकि साधक का उर्जा शरीर यानी आभामंडल स्वस्थ बना रहे. पूजा पाठ से प्राप्त उर्जायें आभामंडल में ही आती हैं. आभामंडल की दशा के मुताबिक ही उनके परिणाम मिलते हैं.
क्रोध और आलोचनाओं के कारण आभामंडल में छेद हो जाते हैं. जिनसे पूजा पाठ से आभामंडल में आई दैवीय उर्जाओं का रिसाव हो जाता है. वे आभामंडल में हुए छेदों से बह कर फैल जाती हैं. और उर्जा चक्रों तक नही पहुंच पाती. उनका परिणाम नही मिलता.
एेसे में पूजा करने वाले लोगों को लगता है कि उनका पूजा पाठ बेकार चला गया. फलित नही हुआ.
घरेलू पूजा पाठ की सफलता के लिये अपने आभामंडल को सदैव साफ सुथरा बनाये रखें. साथ ही अलग अलग पूजा पाठ के लिये निर्धारित उर्जा चक्रों को सक्रिय करते रहें. तो घरेलू पूजा पाठ के भी चमत्कारिक परिणाम मिल जाते हैं.
*आज मै लक्ष्मी चालीसा के पाठ की सफलता हेतु चक्रों की जानकारी दे रहा हूं.
इसके लिये आभामंडल की सफाई करें और स्वाधिष्टान चक्र व अनाहत चक्र को सक्रिय करें. इस तैयारी के साथ किया गया लक्ष्मी चालीसा पाठ घर में लक्ष्मी मां को लेकर आ ही जाता है.
आपका जीवन सुखी हो यही हमारी कामना है.