23 दिसंबर दिल्ली आश्रम
सभी को राम राम
कुंडली व्यक्ति को देवताओं की तरह सक्षम बना देने वाली शक्ति है. यह एक बड़ी सच्चाई है कि कुंडली की सक्रियता के बिना सफलतायें अधूरी रहती हैं.
ध्यान में रखना चाहिये कि सिर्फ कुंडली जागरण ही पर्याप्त नही होता. कुंडली तो पूर्व जन्मों से आई उर्जाओं के कारण भी जाग्रत हो जाती है. मगर उसके परिणाम तभी मिलते हैं जब कुंडली सक्रिय होकर ऊपर बढ़ती रहे.
इसलिये कुंडली का आरोहण अनिवार्य है.
*कुंडली आरोहण* का मतलब है उसका ऊपर की तरफ बढ़ते हुए उर्जा चक्रों की उर्जाओं का उपयोग करना.
दिल्ली आश्रम में 23 दिसंबर को शिव दीक्षा और कुंडली आरोहण साधना होने जा रही है. 3 दिसंबर को शिव दीक्षा समारोह में शिव दीक्षा के साथ सभी साधकों की कुंडली को जागृत किया गया था.अब 23 दिसंबर को जागृत कुंडली को आरोहित किया जाएगा. गुरूजी शक्तिपात करके जाग्रत कुंडली का आरोहण करेंगे और शिव ज्ञान रुद्राक्ष के माध्य्म से कुंडली को स्वाधिस्ठान चक्र पर स्थापित कर देंगे.
जब कुंडली मूलाधार चक्र का भेदन करती है तो साधक समृद्धि की तरफ बढ़ने लगता है क्योंकि मूलाधार चक्र समृद्धि का केंद्र है. जब कुंडली स्वाधिष्ठान चक्र का भेदन करती है तो साधको की बनाई योजनाएं सफल होती है. क्योंकि स्वाधिष्ठान चक्र सर्जन का केंद्र है.
गुरुजी साधको को शिव दीक्षा भी देंगे.
कुंडली जागरण साधना में आप सभी शामिल हो सकते है. शामिल होने के लिए अपना रजिस्ट्रेशन तुरंत करा लें. कुंडली आरोहण के लिए आप शिव ज्ञान रुद्राक्ष भी प्राप्त कर लें.
हेल्पलाइन:- 9999945010 (Only Whatsapp)
सबका जीवन सुखी हो यही हमारी कामना है
शिव शरणं