निःशुल्क शिव शिष्यता, 11 अक्टूबर से शुभारभ
सभी को राम राम
शिव की शिष्यता पाने का अधिकार सभी का है. शिव गुरुओं के भी गुरु हैं. जब गुरू शिव हों तो इष्ट कोई भी हो अभीष्ट की प्राप्ति हो ही जाती है.शिव गुरु को साक्षी बनाकर किये गये, कामों में रुकावटें नही आतीं. अमीर-गरीब सभी लोग भगवान शिव को अपना गुरु बना सकते हैं. शिव सभी के भीतर होते हैं. शिव की दीक्षा अमीरी गरीबी देख कर नहीं दी जाती शिव तो सभी को अपनातेे हैं. सभी को शिव की दीक्षा प्राप्त हो और सभी के भीतर शिव तत्व का जागरण हो इस हेतु एनर्जी गुरुजी हर महीने नि शुल्क लोगों को भगवान शिव की दीक्षा देंगे.
मृत्युंजय योग एक अभियान चलाएगा जिसकेेेे अंतर्गत लाखों करोड़ों लोगोंं को शिव शिष्य बनाया जाएगा. एनर्जी गुरुजी सभी को निशुल्क भगवान शिव का शिष्य बनाएंगे और उनके भीतर के शिव को जगायेंगे ताकि उनका जीवन सरल और सुखी हो. इसका शुभारंभ 11 अक्टूबर को दिल्ली आश्रम से किया जा रहा है. जो भी भगवान शिव को अपना गुरु बनाना चाहते हैं वह इस समागम में शामिल हो सकते हैं. और जो पहले से भगवान शिव के शिष्य हैं वह दूसरे लोगों को उसके लिए प्रेरित करें और उन्हें गुरुजी तक पहुंचने की राह दिखाएं. सभी शिव शिष्यों को इस पर जरूर काम करना है. करोड़ों लोग भगवान शिव के शिष्य बने इसमें सभी शिव शिष्यों का सहयोग महत्वपूर्ण है.
शिव दीक्षा के इस समागम में गुरु जी भगवान शिव की महिमा पर चर्चा करेंगे और सभी शिव शिष्य को महासाधना से जोड़ेंगे. चूंकि अब महासाधना में किसी प्रकार का कोई खर्च नहीं आता है. महासाधना पूर्णतया निशुल्क है. इसलिए सभी उसको अपना सकेंगे और अपने जीवन को सवार सकेंगे.
महा साधना सुखी जीवन की बहुत ही आसान रहा है. जब एक ही समय एक ही मंत्र का जाप करके एक हजार से अधिक लोग साधना कर रहे होतें हैं, तो उसके परिणाम गुणित होकर लाख गुना बढ़ जाते हैं. इसे ही महासाधना कहा जाता है. इसे कोई भी कहीं भी कर सकता है. इसे घर बैठे ही किया जा सकता है. महासाधना भोग और मोक्ष की सरल राह है.महासाधना के दौरान गुरु जी साधकों को अपनी उर्जा के साथ जोड़ लेते हैं. फिर उनके सूक्ष्म शरीर, उर्जा चक्रों को साफ व संतुलित करते हैं. साथ ही उनके उर्जा चक्रों को जाग्रत करते हैं. कुंडली व सौभग्य चक्र को विशेष रूप से जाग्रत करते हैं. इससे साधक के भीतर समस्याआें से मुक्त होने की क्षमतायें जाग उठती हैं. सुख-समृद्धी की शक्तियां जाग जाती हैं. अध्यात्मिक क्षमतायें जाग जाती हैं. साधक के भीतर का शिव तत्व जाग जाता है. सीधे कहें तो साधकों के भीतर शिव जाग जाते हैं. उनकी शक्तियां जाग जाती हैं. तब साधक दूसरों को भी दुखों से मुक्त करने की क्षमता का उपयोग करने में सक्षम हो जाते है. महासाधना करने वाले व्यक्ति के जीवन में कोई समस्या टिकती. वह तन मन धन सभी से सुखी होता है और समृद्धि की ओर बढ़ने लगता है.
HelpLine: 9999945010 (शिव दीक्षा शिविर में शामिल होने वाले सभी लोग अपनी डिटेल्स व्हाट्सप्प पर भेजें)
सुखी जीवन के लिए शिव को गुरु बनाये
सबका जीवन सुखी हो, यही हमारी कामना है