कुंडली आरोहण और देवत्व साधना का समय आ गया है…
1. जिन्हे मान सम्मान और प्रसिद्धि नही मिल रही
2. जिनकी उन्नति रूकी हुई है जिनका भग्योदय नही हो रहा
3. जिन्हें प्रतिष्ठा नही मिल रही
4. जिन्हें नकारात्मकता ने घेर रखा है
5. जो खुशियों को एंज्वाय नही कर पाते
6. जिनकी क्षमतायें सोई पड़ी हैं
7. जिनको मेहनत का क्रेडिट नही मिलता
8. जो बार बार दूषित विचारों की गिरफ्त में आ जाते है
9. जिनके व्यक्तित्व में बुझा रहता है
10. जिनसे लक्ष्मी रूठी रहती हैं
11. जो नफरत के शिकार हैं
12. जिनकी साधनायें बिगड़ गई हैं
13. जो दूसरा का भी हित करना चाहते हैं
कुंडली शक्ति के बारे मे आप सभी जानते है. इस बार कुंडली आरोहण के साथ देवत्व साधना का संगम होने जा रहा है. 14 मई 2017 मुम्बई मे आप सभी का स्वागत है. देवत्व प्राप्ति का लक्ष्य युगों युगों से चला आ रहा है. धरती पर सिर्फ इंशान को ही इसका अधिकार मिला है. देवत्व साधना का उद्देश्य अपने भीतर की शक्तियों को जगाकर उन्हें देवत्व में परिवर्तित करना. ताकि जरूरत पड़ने पर हजारों, लाखों लोगों की तन-मन-धन से सेवा व सहायता करने योग्य क्षमतावान बन सकें. देवत्व साधक एेसे काम करने में सक्षम होंगे जिन्हे सिर्फ देवता ही कर सकते हैं.
रजिस्ट्रेशन के लिए 9268100700, 7666261111, 9999945010
Email:- shivshiv@1008@gmail.com
For online registration:-
https://shivsadhak.com/registration/
साधना का दिन: 14 मई, 2017
साधना का समय: सुबहा 8 बजे से
साधना स्थल: मराठी साहित्य,संस्कृती व कला मंडळ
साहित्य मंदिर सभागृह
प्लॉट नं 26 ए, सेक्टए 6, वाशी,
नवी मुंबई, महाराष्ट्र- 400703
https://goo.gl/maps/UGHeUvXWjDo
सभी में देवत्व जाग्रत हो, यही गुरू जी की कामना है.