सभी अपनों को राम राम
वो वक्त आ गया. जिसका मुझे भी इंतजार था.
इंतजार था इसलिये ताकि पिछले कुंडली जागरण शिविर में जो साधक आये थे उनकी कुंडली की पोजीशन रीड कर सकूं. उनकी कुंडली की प्रोग्रामिंग कर सकूं. उनकी कुंडली को उनके जीवन के चमत्कार में बदलने की प्रक्रिया पूरी कर सकूं.
यूं तो व्यक्तिगत तौर पर मै अब तक तमाम लोगों की कुंडली मूव करा चुका हूं.
मगर उनमें से अधिकांश सक्षम साधक थे.
जो साधारण हैं, उन्हें असाधरण बनाने का संकल्प मुझे भी उत्साहित कर रहा हैं.
कल से शिवप्रिया कुछ खास साधकों का कायाकल्प कराएंगी.
वे कायाकल्प में साधारण साधकों के सेल्स को रिजनरेट कराकर उन्हें असाधारण उपलब्धियों के लिये सक्षम कराएंगीं.
साथ ही साधकों के भीतर के शिवतत्व को रिप्रोग्राम करके उत्थान के लिये तैयार करेंगी.
जिस तरह काम न लिये जाने से शरीर के अंग निष्क्रिय हो जाते हैं, उसी तरह हमारे भीतर शिवतत्व निष्क्रियता की सी दशा में पड़ा रहता है. उसे जगाने के लिये उसकी रिप्रोग्रामिंग बड़ी कारगर साबित होती है.
सावधानी पूर्वक किया जाये तो शिवतत्व भी पंच तत्वों की तरह रिप्रोग्रामिंग स्वीकार कर लेता है.
कायाकल्प के बाद राजयोग साधना बड़े ही विलक्षण परिणाम लेकर आती है.
20 नव. को शिवप्रिया उन्हीं साधकों को राजयोग कराएंगी.
21 नव. को मै शिविर में पहले आ चुके साधकों की कुंडली की सक्षम जीवन के लिये प्रोग्रामिंग करुंगा. क्योंकि उनमें से अधिकांश की कुंडली जाग्रत हो चुकी है. बस उससे काम लेना बाकी है.
जो लोग नये आएंगे उनकी कुंडली जागरण के लिये संजीवनी शक्तिपात करुंगा.
बाकी शिवगुरु ने अपनों के लिये जो कुछ सोचकर रखा है वो सब भी करुंगा.
मै आपका इंतजार करुंगा.