जिनके पास पैसे नही वे भी 51000 बार ऊं. नमः शिवाय लिखकर हमारी सेवायें ले सकते हैं.

राम राम मै अरुण
सक्रिय सहयोग के लिये ग्रुप में शामिल सभी सुधी साथियों का धन्यवाद.
आज मै आप सभी को हमारे संगठन और गुरु जी की समाज सेवाओं के बारे में जरूरी जानकारियां दे रहा हूं. ताकि आप जान सकें कि हमारे साथ आपके ज्ञान और अध्यात्म का क्षेत्र कितना विस्तारित हो सकता है.
सबसे पहले बताता चलूं कि जो लोग हमारी सेवायें प्राप्त कर चाहते हैं मगर पैसे न होने के कारण नहीं ले पा रहे. उनके लिये गुरु जी ने पैसे की दीवार शुरुआत से ही हटा रखी है. वे लोग हमें 51000 बार ऊं. नमः शिवाय कापी में हाथ से लिखकर भेजते हैं. गुरु जी उन्हें अपने खर्च पर एनर्जी रिपोर्ट बनवाकर उनके घर तक पहुंचाते हैं.

आपमें से भी अगर कोई गरीबी के कारण एनर्जी रिपोर्ट नही बनवा पा रहा है तो 51000 बार ऊं. नमः शिवाय लिखकर भेजें. हम आपकी एनर्जी रिपर्ट आपके घर तक पहुंचा देंगे. उसके जरिये एनर्जी के उपाय करके समस्या मुक्त हो ही जाएंगे. लेकिन जरूरी है कि आप पूरी संख्या में ऊं. नमः शिवाय लिखकर भेजें. उनकी गिनती पूरी होने पर ही गुरु जी. आपकी एनर्जी डिकोड करते हैं. कुछ लोग कम संख्या में लिखकर भेजते हैं. उन्हें रिपोर्ट नहीं भेजी जाती. अब तक गुरु जी अपने खर्च पर सैकड़ों लोगों को एनर्जी रिपोर्ट पहुंचा सके हैं. इसके लिये अपने खर्च पर उन्होंने अलग डिपार्टमेंट बनवाया है.
कुछ लोग रिपोर्ट तो प्राप्त कर लेते हैं. मगर उसके उपाय नहीं करते. ध्यान रखें एनर्जी रिपोर्ट अपने आप कोई लाभ नहीं पहुंचाती. बल्कि उसके उपाय काम करते हैं.

जो लोग देने योग्य हैं हम उनसे आर्थिक सहयोग लेकर उन्हें सेवाएं देते हैं. उसी से गुरु जी के टी.वी. प्रोग्राम और उनके सेवा प्रकल्पों का संचालन करते हैं.
अब जान लेते हैं हमारे गुरु जी की दिनचर्या और सेवाओं के बारे में…
1. वे अपना अधिकांश समय ध्यान, साधनाओं, रिसर्च और लोगों का संजीवनी उपचार करने में बिताते हैं.
2. लोगों का सफल और सुरक्षित संजीवनी उपचार कर सकें, इसलिये वे 10 साल से भी अधिक समय से भोजन नही करते.
3. वे खुद तो भजोन नहीं करते मगर कई सौ परिवारों को हर माह नियमित राशन देते हैं.
साथ ही उनके जरुरतमंद बच्चों की पढ़ाई का खर्च भी उठाते हैं.
4. नियमित साधनाओं और ध्यान आदि के बाद सुबह 10 बजे से लोगों से मिलकर उनकी समस्याएं सुनकर समाधान देते हैं. रात 9 बजे से 2 बजे तक और सुबह 5 से 7 बजे तक संजीवनी करके लोगों की उर्जाएं उपचारित करते.
5. उनका उद्देश्य- लोगों का सुखी जीवन.
6. उनके संकल्प-
लोगों के आभामंडल व उर्जा चक्रों को ठीक करके उन्हें बीमारियों से मुक्त करना. इसके साथ लोगों को अध्यात्म के विज्ञान से परिचित कराकर उन्हें रुढ़िवादिता और पाखंड से मुक्त कराना उनका प्रमुख संकल्प है. ताकि लोगों की नासमझी के कारण अध्यात्म नास्तिकता का शिकार न हो. साथ ही लोग रुढ़िवादी लोगों के चंगुल से निकल कर अपनी शक्तियों का उपयोग कर सकें. अपने दुखों को खुद दूर करने लायक बन सकें। सुख से जी सकें।
7. उनके सेवा प्रकल्प-
सभी जरुरतमंदों की शिक्षा और उनके भोजन की व्यवस्था. वैकल्पिक उपचार के तहत मानव उर्जा की जानकारी सबको मिले. आभामंडल, उर्जा चक्रों और पंच तत्व का उपयोग करके स्वस्थ व सुखी रहें. सब उसका लाभ उठायें, यह गुरु जी का अभियान है. भविष्य में भारत में कास्मिक एनर्जी का विश्व विद्यालय स्थापित करने की उनकी योजना है।
8. लोगों के समस्या समाधान के बीच ही शाम 5 से 7 बजे तक दिल्ली के अपने आश्रम में आने वाले लोगों को निःशुल्क साधनाएं कराते हैं.
साथ ही होनहार हीलरों को निःशुल्क संजीवनी उपचार सिखाते हैं।
9. उनके मार्गदर्शन में में संजीवनी उपचार व हीलिंग विज्ञान, ध्यान, योग और वैकल्पिक उपचार की विभिन्न विधाओं पर मासिक पत्रिका मृत्युंजय योग का प्रसारण 2012 से निरंतर जारी.
10. उनके द्वारा लिखी प्रकाशित पुस्तकें-
1. तनाव से मुक्ति, 2. आर्थिक संकट से मुक्ति, 3. उर्जा उपचार
11. उनके रिसर्च-
वे पिछले 12 सालों से ध्यान-योग, साधना-सिद्धी और कास्मिक एनर्जी पर रिसर्च कर रहे हैं. उन्होंने ज्योतिष, वास्तु, उर्जा विज्ञान पर 12 साल तक गहन रिसर्च करके विश्व में पहली बार एनर्जी रिपोर्ट तकनीक की खोज की. जिसके जरिये किसी भी व्यक्ति की भविष्य की उर्जा को डिकोड करके उसके जीवन में आने वाले रोगों और विपरीत स्थितियों का पता प्रमाणित तरीके से लगाया जाता है. साथ ही उनके निदान दिये जाते हैं.
अब तक हजारों लोगों की एनर्जी रिपोर्ट तैयार की जा चुकी है. उसके उपचार अपनाने वाले अधिकांश लोग स्वस्थ व सुखी हैं. एनर्जी रिपोर्ट के उपचार पूरी तरह से वैज्ञानिक और घरेलु हैं.
इससे पहले लोगों की एनर्जी को स्कैन करके उनकी वर्तमान उर्जा की स्थिति को ही जाना जा सकता था.
गुरु जी के सेवा प्रकल्पों में सहयोगी…
प्राण विज्ञान फाउंडेशन.

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