कुछ बातें गुरुवर के बारे में…..
मृत्युंजय योग टीम का राम राम.
कई लोगों ने हमारे गुरुवर एनर्जी गुरू श्री राकेश आचार्या जी के बारे में जानकारी चाही है। मै सागर समान उनके जीवन की कुछ झलक आपके बीच पेश कर रहा हूं।
गुरुदेव अपना अधकांश समय ध्यान-योग, साधना-सिद्धी और कास्मिक एनर्जी की रिसर्च में बिताते हैं. वे ज्ञान में विज्ञान के पक्षधर हैं।
वे पहले पत्रकार और लेखक थे। अब शिव शिष्य हैं। सिद्ध साधक हैं। अध्यात्म के वैज्ञानिक पक्ष से लोगों को परिचित कराने के अभियान पर हैं। इसके लिए 2001 से ज्योतिष, तंत्र और एनर्जी पर अनुसंधान कर रहे हैं।
उनके टी.वी.शो-
कई प्रमुख टी.वी. चैनलों पर उनके ज्ञान वर्धक कार्यक्रमों का प्रसारण होता है. जिसमें मृत्युंजय योग प्रमुख है. उनकी कृपापूर्ण निगरानी में इसी नाम से मासिक पत्रिका का प्रकाशन भी होता है.
गुरुदेव के संकल्प-
लोगों को अध्यात्म के विज्ञान से परिचित कराकर उन्हें रुढ़िवादिता और पाखंड से मुक्त कराना उनका प्रमुख संकल्प है. ताकि लोगों की नासमझी के कारण अध्यात्म नास्तिकता का शिकार न हो. साथ ही लोग रुढ़िवादी लोगों के चंगुल से निकल कर अपनी शक्तियों का उपयोग कर सकें. अपने दुखों को खुद दूर करने लायक बन सकें। सुख से जी सकें।
गुरुदेव ने 2004 से भोजन त्याग आरंम्भ किया था। 12 सालों तक भोजन नही किया।. लेकिन हजारों की संख्या में लोगों के भोजन की व्यवस्था अपने खर्च पर करते रहे. तमाम बच्चों की पढ़ाई का खर्च खुद उठाते हैं. नियमित रूप से तमाम जरूरत मंदों का इलाज अपने खर्च पर कराते हैं.
उनके सेवा प्रकल्प-
सभी जरुरतमंदों की शिक्षा और उनके भोजन की व्यवस्था हो. यह गुरुवर का सपना है.मानव उर्जा की जानकारी सबको मिले और सब उसका लाभ उठायें, यह उनका अभियान है. भविष्य में भारत में कास्मिक एनर्जी का विश्व विद्यालय स्थापित हो यह उनकी योजना है।
गुरुदेव की दिनचर्या-
जन सेवाओं के लिये गुरुदेव स्वयं कठिन परिश्रम करते हैं.
सामान्य दिनों में वे दिन भर जरूरत मंदों की सेवा में लगे रहते हैं. रात 9 से 2 बजे तक जागकर लोगों का संजीवनी उपचार करके उन्हें लाभान्वित करते हैं. फिर 5 बजे उठकर पुनः 7 बजे तक लगातार लोगों का संजीवनी उपचार करते है.
उसके बाद 11 बजे तक नियमित साधना करते हैं. फिर लोगों से मिलकर शाम 7 बजे तक उनकी समस्याओं के समाधन देते हैं. उसके बाद 9 बजे तक नियमित ध्यान करते हैं.
इसी बीच लोगों को समाधान देने के दौरान 11 से 5 बजे के बीच फोन पर सीधी बात करके लोगों को उनके समाधान देते हैं।
सोसल मीडिया पर भी कुछ लोग अपनी समस्याओ के बारे में सवाल करते हैं. हम उन्हें गुरुदेव के आश्रम के नम्बर दे देते हैं. उन नम्बरों पर जो समस्या बताई जाती हैं सहयोगी उन्हें गुरुदेव तक पहुचाते हैं. समय मिलते ही गुरुदेव उन्हें एनर्जी ठीक करके समस्या मुक्ति के उपाय बताते हैं.
जनसेवा से बचा समय गुरुदेव ध्यान साधनाओं और रिसर्च में बिताते हैं।
शिव गुरू को प्रणाम.
गुरुदेव को प्रणाम.